नई दिल्ली। खेल मंत्री विजय गोयल ने मंगलवार को दो सदस्यीय समिति गठित की, जो कि महिला ओलम्पिक मैराथन ओपी जैशा के उन आरोपों की जांच करेगी, जिनमें जैशा ने कहा है कि ओलम्पिक मैराथन के बाद अधिकारियों ने उन्हें उपेक्षित छोड़ दिया था। जैशा ने कहा था कि देश का प्रतिनिधि के बाद भी रियो ओलम्पिक में मौजूद भारतीय अधिकारियों ने उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया था।
इस समिति में संयुक्त सचिव (खेल) ओंकार केडिया और निदेशक (खेल) विवेक नारायण शामिल हैं। समिति सात दिनों में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। पत्र सूचना कार्यालय की विज्ञप्ति में कहा गया कि खेल मंत्री ने मीडिया में प्रसारित खबरों को ध्यान में रखते हुए यह समिति बनाई है, जिनमें कहा गया है कि मैराथन के दौरान रियो में कोई भी भारतीय अधिकारी जैशा को पानी या एनर्जी ड्रिंक पिलाने के लिए मौजूद नहीं था, जबकि दूसरे देशों के अधिकारी अपने एथलीटों को सारी चीजें मुहैया करा रहे थे।
जैशा ने सोमवार को यह चौंकाने वाला खुलासा किया। जैशा अगर सही कह रही हैं तो फिर यह अधिकारियों की घोर लापरवाही है और यह जैशा के लिए जानलेवा भी साबित हो सकता था। जैशा ने मैराथन में 89वां स्थान हासिल किया और दो घंटे 47 मिनट 19 सेकेंड में रेस पूरी की।