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बांगो जलाशय के फ्लोटिंग रेस्टोरेंट में हो सकती है छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल की अगली बैठक

छत्तीसगढ़ 5 बांगो जलाशय के फ्लोटिंग रेस्टोरेंट में हो सकती है छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल की अगली बैठक

रायपुर। पर्यटन मंडल ने एक नया प्रस्ताव सरकार के सामने रखा है । कि बांगो जलाशय में एक फ्लोटिंग रेस्टोरेंट में सरकार की अगली कैबिनेट मीटिंग आगामी 23 फरवरी को की जाय। इस दौरान सरकार के सामने पर्यटन मंडल बांगो जलाशय में पर्यटन विकसित करने का एक प्रेजेंटेशन भी देगा । शायद पर्यटन मंडल का यह मानना है । कि फ्लोटिंग रेस्टोरेंट में बैठक करने के बाद जो निष्कर्ष निकलेंगे उससे छत्तीसगढ़ विकास की ऊंचाइयां छू लेगा और संभवत इसीलिए पर्यटन मंडल करोड़ों की निविदाएं करने शुरू कर चुका है। इस बैठक से छत्तीसगढ़ के विकास की कोई गाथा लिखी जाएगी ऐसा कतई संभव नहीं लगता यह बैठक सिर्फ मितव्ययता का एक नमूना साबित होगी क्योंकि कैबिनेट की बैठक करने के लिए पर्यटन मंडल को करोड़ों खर्च कर बांगो डैम में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट बनाने की जुगत कर रहा है । पर्यटन मंडल के लिए इससे तो ज्यादा जरूरी था कि उसके बंद पड़े भ्रष्टाचार रूपी 50 से अधिक मोटल ठीक-ठाक कर पुनः संचालित किए जाएं ।

सरकार की अहम बैठकें इसके पहले भी मंत्रालय या मुख्यमंत्री आवास पर होती रही हैं । जिनमें विकासोमुखी निर्णय लिए जाते रहे हैं ।अब अचानक फ्लोटिंग रेस्टोरेंट में बैठक कर किस प्रथा का शुभारंभ किया जा रहा है। समझ से परे है छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल की प्रबंध संचालक इफ़्फ़त आरा बताती हैं कि समय बहुत कम है और अभी विकल्प लेकर चल रहे हैं । खरीदी की प्रक्रिया जारी है अगले दो-तीन दिनों में स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी यहां यह बात महत्वपूर्ण है कि जिस तरह की निविदाएं पर्यटन मंडल कर रहा है ।

उसमें कमीशन खोरी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता पर्यटन मंडल द्वारा निकाली गई पहली निविदा में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, स्पीड बोट, मोटर बोट और साथ ही कैफिटेरिया निर्माण प्रमुख रूप से शामिल है । जिसमें पर्यटन मंडल 2 करोड रुपए का निवेश करने जा रहा है। वहीं दूसरी निविदा क्रूस खरीदी की योजना पर की जाएगी । यह एक महंगा उपकरण है और क्यों खरीदा जाएगा समझ से परे है। छत्तीसगढ़ सरकार जहां बजट की कमी से जूझ रही है । किसानों का एक-एक दाना धान खरीदने का लक्ष्य पूरा नहीं कर पा रही है । जगह-जगह किसान आंदोलन की राह पकड़ रहे हैं । वहीं इस तरह की मितव्ययिता चर्चा का विषय है । छत्तीसगढ़ सरकार पहले ही घोटालों के मामले में विभिन्न स्तर पर न्यायिक प्रक्रिया से जूझ रही है । उसका कोई भी विभाग भ्रष्टाचार के मामले में अछूता नहीं रह गया है । वही पर्यटन विकास के नाम पर इस तरह के आयोजन करना नागवार गुजर रहा है।

अजय शर्मा

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