जयपुर। राजस्थान की अलवर और अजमेर लोकसभा व मांडलगढ विधानसभा के उपचुनाव में बीजेपी को मिली करारी हार के बाद सीएम वसुंधरा राजे ने एक सप्ताह के बाद आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ दी। राजे ने चुप्पी तोड़ते हुए बीजेपी की हार को लेकर राज्य में उनके खिलाफ हो रहे विरोध पर खुलकर अपने विचार रखे। सीएम ने कहा कि हम अब भी हार पर विश्लेषण कर रहे हैं कि हमसे कहां पर चुक हो गई। उन्होंने कहा कि विपक्ष की चुनाव में क्षुद्र राजनीति, विधायकों को खिलाफ एंटी इंकम्बैसीस, जनसेवाओं के मामले में फील्ड में तैनात अफसरों की अंसवेदनशीलता और लापरवाही का असर चुनावों पर पड़ा है।
राजे ने माना की प्रदेश में कुछ ऐसे क्षेत्र हैं, जहां हम जनता से जुड़ाव में नहीं है, जोकि हमारे हार का कारण बना है। सीएम ने कहा कि पार्टी के विधायकों और अधिकारियों को जनता के साथ जुड़ना होगा और उनकी समस्याओं को सुनकर उन्हें सुलझाना होगा। राजे ने कहा कि जब विधायक जनता से संवाद नहीं करेंगे उनसे जुड़ेंगे नहीं तब तक जनता भी सरकार की योजनाओं को नहीं समझ पाएगी जो कि चिंता का कारण है। वहीं आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी पर उन्होंने कहा कि हमने राज्य में बहुत काम किया और बहुत कुछ करना अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि हम राज्य में कई योजनाओं पर काम कर रहे हैं जिसमें वित्तीय समावेशन और महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया जा रहा है।