नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर बनाने और मस्जिद को लेकर अदालत में सुनवाई चल रही है। एक तरफ कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई चल रही थी तो वहीं दूसरी तरफ अध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के साथ सुलझाव की कोशिश में जुटे मौलाना हुसैन नदवी ने बैठक में अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने का प्रस्ताव रखा था। उनके इस फैसले ने जैसे ही तूल पकडा वैसे ही ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने उन्हें बाहर रास्ता दिखा दिया है। दरअसल उन्होंने मस्जिद के लिए दोगुनी जमीन मांगते हुए अयोध्या में मंदिर बनाए जाने का प्रस्ताव रखा था।
नदवी की इस बात से खफा होकर बोर्ड ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है। नदवी को बाहर निकालने के फैसले को लेकर बोर्ड के प्रवक्ता कासिम इलियासी ने कहा कि मस्जिद किसी को बेची या फिर ट्रांसफर नहीं की जा सकती और न ही इसे किसी को तोहफे के रूप में दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बोर्ड के इस स्टैंड से कोई समझौता नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि बोर्ड के फैसले के खिलाफ जाने के चलते नदवी को निकाल दिया गया है। हालांकि नदवी का कहना है कि वो खुद बोर्ड की बैठक से उठकर चले गए थे। उन्होंने कहा कि संगठन में कुछ लोग गलत तरीके से काम कर रहे हैं इसलिए मैं हिंदू-मुसलमान को आपस में लड़ाने वालों के साथ नहीं हूं। नदवी ने कहा कि बोर्ड इस्लाम की राह पर नहीं बल्कि जिद पर चल रहा है।