चंढीगड़। हाल ही पंजाब के अमृतसर और बठिंड़ा में सम्पन्न हुए निकाय चुनाव में कांग्रेस ने तो शानदार जीत दर्ज की, लेकिन बीजेपी की पंजाब में ये लगातार तीसरी हार है। वहीं एक ताजा जानकारी के मुताबिक इस हार के बाद पंजाब की भारतीय जनता पार्टी की अंदर खाने में बदलाव की कवायद शुरू हो गई है। बता दें कि संगठन में बीते एक साल से बीजेपी में कुछ नए नेता सक्रिया हो गए हैं, जिसके चलते पंजाब के बीजेपी प्रभारी विजय सांपला की मुश्किलें और बढ़ गई है, वहीं दूसरी तरफ लगातार होती हार ने भी विजय सांपला पर तलवार लटका दी है।
प्रदेश अध्यक्ष विजय सांपला पर भी गाज गिर सकती है। यही वजह है कि निकाय चुनाव में हार के कारणों को लेकर भाजपा की अभी तक विस्तृत रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाई है। सांपला के नेतृत्व में पार्टी को पंजाब विधानसभा, निकाय चुनाव और गुरुदासपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। पंजाब विधानसभा में पार्टी के केवल तीन ही विधायक इस बार चुनकर आए, वो भी तब जब बीजेपी पिछले 10 साल से अकाली दल के साथ गठबंधन करके राज्य में सरकार चला रही थी।
इसके बाद भाजपा का लगातार कई चुनाव से गुरदासपुर लोकसभा की सीट पर चला आ रहा कब्जा भी खत्म हो गया और उपचुनाव में कांग्रेस जीत गई। फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना लगातार इस सीट को भाजपा की झोली में डालते आ रहे थे, लेकिन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ एक लाख से ज्यादा मतों से जीत हासिल करके इस सीट से भाजपा का कब्जा खत्म कर दिया। ये सांपला की प्रधानगी में भाजपा की दूसरी हार थी।