नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की सत्ता में 27 साल बाद कांग्रेस एक बार फिर से अपने पैर पसारने की कोशिश कर रही है जिसके चलते कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 26 दिन की किसान यात्रा की शुरुआत की थी। इस यात्रा के दौरान राहुल ने देवरिया से लेकर दिल्ली तक खाट सभाएं की और किसानों की नब्ज टटोलने की कोशिश की। उनकी समस्याएं सुनी और कर्ज माफ करने का भरोसा दिलाया। राहुल गांधी की इस यात्रा के दौरान उन्हें समर्थकों का बहुत साथ मिला तो अब वहीं कांग्रेस चुनावी माहौल को और गर्माने के लिए अपनी स्टार कैंपेनर प्रियंका गांधी वाड्रा को मैदान में उतारने जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राहुल गांधी के बाद कांग्रेस पार्टी अब चुनावी अभियान में प्रियंका के करिश्मे को भुनाने की कोशिश करेगी और वोटरों को लुभाने के लिए प्रियंका रोड शो के साथ-साथ सभाएं भी कर सकती हैं। खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश में प्रियंका का चुनावी दौरा अगले महीने यानि कि 19 नवंबर से शुरु होगा और ये फैसला कांग्रेस के प्रमुख और बड़े कद के नेताओं के साथ विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। इसके साथ ही वे चाहते थे कि कांग्रेस मिशन उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के करिश्मे को इस्तेमाल कर जीत को ओर अपने कदम बढ़ाए जिसके चलते ये फैसला लिया गया।
बता दें कि कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए हर तरह से वोटरों का विश्वास जीतने की कोशिश कर रही है। एक ओर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और यूपी की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने ’27 साल यूपी बेहाल’ के नाम के नारे के साथ यूपी की कमान संभाल रखी है तो वहीं राहुल गांधी ने देविरया टू दिल्ली तक की किसान यात्रा के दौरान खाट सभा की और किसानों से बातचीत करके उनकी समस्याओं को सुलझाने का भरोसा दिलाया। वहीं अब ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इस चुनावी सियासत में प्रियंका की इंट्री यूपी में कांग्रेस की बदहाली को एक नया रुख दे सकती हैं।