श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में शुक्रवार को सेना के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी, जब उरी हमले के बाद बीएसएफ के जवानों ने अखनूर में एक संदिग्ध आतंकी को धर दबोचा। पकड़े गए आतंकी का नाम अब्दुल कयूम बताया जा रहा है और जांच में पता चला है कि यह पाकिस्तान के सियालकोट का रहने वाला है। पकड़े जाने पर उसके पास से एक मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड भी बरामद किए हैं।
आतंकी कयूम ने गिरफ्तारी के बाद कई खुलासे किए हैं। उसने इस बात को स्वीकारा है कि उसे पाकिस्तान में आर्मी ट्रेनिंग दी गई थी, साथ ही उसने लश्कर के लिए फंड जुटाने की बात कही है। पाकिस्तान में उसे खतरनाक हथियार चलाना सिखाया गया, कयूम हाफिज सईद का बॉडीगर्ड भी रह चुका है।
कयूम लश्कर के लिए वह प्रचार भी करता था। पूछताछ में उसने बताया कि वह आतंकी हाफिज सईद और सलाउद्दीन को भी अच्छी तरह से जानता है। इसके अलावा कश्मीरी अलगाववादी नेताओं को भी जानता है। इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें वह अपने गुनाहों को स्वीकार करता दिख रहा है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सेना के जवान चौकसी कर रह थे तभी उन्हे एक संदिग्ध दिखा जिसे फौरन गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस प्रशासन ने कयूम से पूछताछ जारी रखी है। प्रारंभिक पूछताछ में अभी बहुत कुछ पता नहीं चल पाया है, यहां आपको बता दें कि उरी में हुए आतंकी हमले के बाद से नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सुरक्षा बलों की ओर से सीमा पर काफी चौकसी बरती जा रही है।