आंध्र प्रदेश में जगमोहन रेड्डी द्वारा सीएम पर विवादित बयान देने के बाद उन्हें चारों तरफ से घेरा जाने लग गया है। सिंचाई मंत्री देवेंनी उमामाहेश्वरा का कहना है कि जगमोहन रेड्डी पर विवादित बयान के आधार पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि चुनाव आयोग को रेड्डी के बयान पर संज्ञान लेना चाहिए और उनपर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। तमिलनाडु में 23 अगस्त को विधानसभा के लिए उपचुनाव होने जा रहे हैं।
मीडिया को संबोधित करते हुए देवेंनी ने कहा है कि वह चाहते हैं कि विपक्ष के नेता को अपने बयान के लिए सीएम से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि सार्वजनिक तौर पर एक व्यक्ति को गोली मारने की बात तक करना दंडनिय अपराध है। उन्होंने बताया कि पीपुल्स एक्ट के तहत इसके लिए तीन साल की कैद की सजा भी है। उन्होंने कहा है कि रेड्डी के इस बयान से उनकी आपराधिक मानसिकता के बारे में पता चलता है। आपको बता दें कि शनिवार को टीडीपी नेता जगमोहन रेड्डी ने उपचुनाव के प्रचार के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए सीएम को लेकर विवादित बयान दिया था।
अपने बयान में उन्होंने कहा है कि ‘अगर सड़क पर खड़ा कर सीएम चंद्रबाबू नायडू को गोली भी मार दी जाए तो भी इसमें कुछ गलत नहीं होगा’ जगमोहन रेड्डी ने यह बात सीएम के कामों को गिनाते हुए कही है। इस सीट पर महीने के अंत में विधानसभा के उपचुनाव होने हैं। लेकिन जगमोहन रेड्डी ने एम चंद्रबाबू नायडू के विकास कार्यों को गिनाते हुए उन्होंने यह बात कही है। जगमोहन रेड्डी की माने तो सीएम ने लोगों को ठगने के साथ साथ झूठे वादे किए हैं। इसलिए मुख्यमंत्री को सड़क पर खड़ा कर के गोली मार देनी चाहिए। रेड्डी ने कहा है कि सीएम द्वारा किए गए वादे अभी तक पूरे नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा है कि महिलाओं, किसानों तथा बेरोजगारों के लिए सीएम ने वादे किए थे, जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया है।