नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में मतदान संपन्न होने के साथ ही बीजेपी ने उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए भी कमर कस ली है। लेकिन अभी तक औपचारिक रुप से उम्मीदवार के नाम का एलान नहीं किया गया है। हालांकि, बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक शुरू हो चुकी है। जिसमें अमित शाह उम्मीदवार के नाम की घोषणा करेंगे। केंद्रीय संसदीय मंत्री और दक्षिण में भाजपा के बड़े चेहरे वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार होंगे। जिस पर भाजपा के घटक दलों में भी जल्द ही मुहर लग सकती है। सूत्रों का कहना है कि वेंकैया के नाम पर संघ ने भी अपनी सहमति दे दी है।
बता दें कि उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम पर वेंकैया नायडू ने कहा कि मझे कुछ भी बनने की महत्वाकांक्षा नहीं है। उम्मीदवार पर फैसला पार्टी ही करेगी। उन्होंने कहा कि अभी सब कुछ अटकलें हैं। जो भी संसदीय फैसला लेगी वही अंतिम है। वेंकैया नायडू के पक्ष में सबसे बड़ी बात ये है कि वह आंध्र प्रदेश यानि दक्षिण से आते हैं, जहां भाजपा का खास जनाधार नहीं है। ऐसे में दक्षिण में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए उप राष्ट्रपति चुनाव से बढ़िया मौका नहीं हो सकता था। शुरू से ही इस बात की संभावना जताई जा रही थी कि भाजपा दक्षिण से ही किसी चेहरे को उप राष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाएगी।
हालांकि चर्चा लोकसभा के उपाध्यक्ष और अन्नाद्रमुक नेता एम थंबीदुरई की थी थी लेकिन पार्टी ने अपने ही चेहरे को आगे करना बेहतर समझा। वैंकेया के पक्ष में खास बात ये भी है कि वह संघ के पुराने सिपाही रहे हैं, जिसे वह खुलकर कहते रहे हैं।
पार्टी में भी उनकी गिनती बड़े चेहरों के तौर पर होती है, वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्हें पार्टी का संकटमोचक भी माना जाता है, तमाम राजनीतिक मोर्चों पर जब भी पार्टी फंसती नजर आती है वेंकैया ही आगे आकर मोर्चा संभालते हैं। इसी वजह से तमाम राजनीतिक दलों में उनके अच्छे संबंध हैं।