बासा भाई ने पेश की हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल, हनुमान मंदिर के लिए दान की अपनी 1 करोड़ रुपये की जमीन

कर्नाटक। देश में आए दिन हिंदू-मुस्लिम जैसे दंगे या फिर हिंसा जैसी अन्य खबरे आए दिन किसी न किसी हिस्से से सुनाई देती है। एक तरफ देश में हिंसा जैसे मामले सुनाई देते है तो वहीं दूसरी तरफ कहीं न कहीं से हिंदू-मुस्लिम भाईचारें को दर्शाने वाले मामले भी दिखाई देते हैं। देश में इस समय धार्मिक असहिष्णुता और लव जिहाद जैसे मुद्दे ही सुनाई देते आ रहे हैं. इन सबके बीच देश के कोने कोने से भारतीय गंगा-जमुनी तहजीब की भी तस्वीर सामने आती रही हैं। इसी बीच कर्नाटक में बेंगलुरु से सांप्रदायिक सौहार्द का एक उदाहरण सामने आया है। यहां एक मुस्लिम शख्स ने हनुमान मंदिर के पुनर्निमाण करने के लिए लगभग 1 करोड़ रुपये की भूमि दान की है।
1.5 गुंठा जमीन दान करने की पेशकश की-
बता दें कि कडुगोगी के बेलाथुर में रहने वाले 65 वर्षीय एचएमजी बाशा ने भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए अपनी जमीन को हनुमान मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए दान करने का फैसला लिया है। एचएमजी बाशा कार्गो का कारोबार करते हैं। उनके पास बेंगलुरु ग्रामीण जिले में तीन एकड़ पैतृक जमीन है। वहीं उनकी जमीन के पास ही एक छोटा सा हनुमान मंदिर है, जिसमें कई दशकों से भक्त पूजा करते आ रहे हैं। फिलहाल समय के साथ ही मंदिर को कमजोर होता देख और मंदिर के पास कम जमीन होने के कारण बाशा ने अपनी जमीन में से मंदिर के लिए जमीन दान करने की पेशकश की है। डेक्कन हेराल्ड से बातचीत के दौरान बाशा ने कहा कि ‘समय के साथ कमजोर होने के कारण मंदिर को पुनर्निर्माण के लिए जमीन की कमी हो गई थी। जिसे देखते हुए अब मैंने अपनी तीन एकड़ भूमि में से 1.5 गुंठा जमीन दान करने की पेशकश की है। मेरे परिवार के सभी सदस्य इसके लिए सहमत हैं।
1 करोड़ की लागत से होगा मंदिर का निर्माण-
बता दें कि मंदिर ट्रस्ट यानी श्री वीरंजनान्यस्वामी देवलया सेवा ट्रस्ट की ओर से मात्र एक प्रतिशत जमीन की ही मांग की गई थी। लेकिन बाशा ने सांप्रदायिक सौहार्द का एक उदाहरण पेश करते हुए लगभग 1 करोड़ की 1.5 गंटा जमीन मंदिर के लिए दान कर दी है। वहीं दूसरी ओर श्री वीरंजननस्वामी देवलया सेवा ट्रस्ट अब 1 करोड़ रुपये की लागत से मंदिर का जीर्णोद्धार करेगा।