नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने पीएम नरेन्द्र मोदी से अपील की है कि आने वाले रमजान के दिनों में भारत-पाक सीमा पर एकतरफा संघर्ष विराम की घोषणा करें जैसा कि पूर्व में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई सरकार के समय हुआ था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इससे भारत के साहसिक कदम का असर वैश्विक समुदाय पर पड़ेगा कि भारत शांति से इस मसले को हल करना चाहता है।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अब हम इस मसले पर लगातार संजीदा है। इस बार रमजान के पहले ही हम पीएम मोदी से अपील कर रहे हैं, कि घाटी में रमजान के महीने में सीमापार से होने वाले संघर्ष पर विराम लगे कम से कम जैसा वाजपेई सरकार के समय रहा है। अगर भारत ऐसा करता है तो घाटी से लेकर विश्व में भारत की तरफ से बेहतर मैसेज जायेगा।
हांलाकि पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की सलाह पर नेका के नेता और उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कि अब्दुला साहब ये सलाह पाकिस्तान को क्यूं नहीं देते हैं। पाक लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन करता आ रहा है। भारत चाहे जितनी कोशिशें कर ले लेकिन पाकिस्तान में कोई बदलाव नहीं दिख रहा है। अब पाक से किसी तरह की उम्मीद नहीं दिखती है।