जम्मू। पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर और भारतीय सैनिकों के साथ बर्बरता की घटनाए सामने आती रहती है। कुछ महीनों पहले माछिल सेक्टर में जवान के शव को क्षत-विक्षत किया तो अब वहीं सोमवार (1-5-17) को सीजफायर का पुंछ सेक्टर में उल्लंघन करने के बाद भारतीय जवानों के शवों के साथ एक बार फिर से बर्बरता बरती गई। लेकिन भारतीय सेना ने इसका बदला लेते हुए पाकिस्तान की दो पोस्टो को उड़ा दिया है जिसमें पाक के 7 सैनिकों की मौत हो गई है।
सीजफायर तोड़ने में पाक की तरफ से गोलाबारी में शहीद जवानों के नाम नायब सूबेदार परमजीत सिंह और बीएसएफ के हेड कॉन्स्टेबल प्रेम है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान की सेना ने भारतीय सेना के जवानों के शवों के टुकड़े कर दिए। शवों के साथ हुई बर्बरता के बारे में सेना ने प्रधानमंत्री कार्यालय और एनएसए को जानकारी भी दी गई।
बर्बरता का बदला लेने के लिए सेना थी आजाद:-
इस पूरे घटनाक्रम के बाद सेना की ओर से आए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि वो इसका सही जवाब पाकिस्तान को देंगे। जिसके कुछ देर बाद ही ऐसी खबरें आईं कि भारतीय जवानों के साथ बरती गई बर्बरता का सेना ने बदला ले लिया है। सेना ने कृष्णा घाटी के दो पोस्ट को किरपान और पिंपल के सामने की पोस्ट को निशाना बनाया, जिसमें पाक सेना के 7 जवानों की मौत हो गई है। सूत्रो की मानें तो भारतीय जवानों के इस कदम के पहले सरकार में शीर्ष स्तर पर गहन चिंतन के बाद सेना को संदेश दे दिया गया था कि वो बदला लेने के लिए पूरी तरह से आजाद है।
पाक सेना चीफ बाजवा के सीमा क्षेत्र दौरे के अंदर ही हुआ सीजफायर:-
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन उस वक्त किया गया जब पाक के आर्मी चीफ जावेद बाजवा ने सीमा क्षेत्र का दौरा किया। पाकिस्तान के आर्मी चीफ के दौरे के समय सीजफायर का उल्लंघन होना किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है। सरहद पर हाजी पीर सेक्टर के इलाकों में बाजवा का दौरा इसलिए खतरे की घंटी बजाता है, क्योंकि अपने सैनिकों से मिलने के बाद बाजवा ने भारत के खिलाफ जहर उगलता बयान दिया।
पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने कश्मीरियों की आजादी का मुद्दा उठाया और आतंकवादियों को राजनीतिक आंदोलनकारी करार दिया। इस मसले पर बाजवा ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों के आत्म निर्णय के अधिकार के लिए किए जा रहे कार्य को हमेशा समर्थन देता रहेगा।