नई दिल्ली। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस पंजाब के सिवा कही और अपनी सरकार बनाने में नाकाम रही है। लेकिन शनिवार (29-4-17) को हुई कांग्रेस की बैठक में उठापटक का सिलसिला चलता रहा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को गोवा और कर्नाटक के प्रभारी पद से हटा दिया गया।
कांग्रेस पार्टी का ये कदम कहीं ना कहीं इस बात की ओर इशारा करता है कि पार्टी दिग्विजय को ही गोवा में सरकार ना बनने की असली वजह मानती है। साथ ही अगले साल होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनावों की बिसात अभी से बिछाना शुरु कर दी है। लेकिन पार्टी में पद थोड़ा कम होने के दिग्विजय ने ट्वीट करते हुए लिखा, मैं कांग्रेस पार्टी और नेहरू-गांधी परिवार का वफादार हूं। मैं पार्टी में आज जो कुछ भी हूं, वह सबके उन्हीं की वजह से है।
I am loyal to the Party and Nehru Gandhi Family and owe my position to the Party and to them.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 29, 2017
आगे लिखा, मैं इस बात से बेहद शुश हूं कि आखिरकार यह नई टीम राहुल द्वारा चुनी गई है। गोवा और कर्नाटक में कांग्रेस नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ काम करते हुए मुझे बहुत मजा आया। उन सबके सहयोग के लिए मैं उनका आभारी हूं।
I am happy finally new Team is being picked up by Rahul ji.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 29, 2017
I enjoyed working with Congress Leaders and Workers in Goa and Karnataka. Convey my gratitude for all their support.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 29, 2017
पांचों राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के बाद अटकलों का बाजार काफी गर्म था और ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी जल्द ही कोई बड़ा फेरबदल कर सकती है। इस फेरबदल की शुरुआत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एआईसी सचिव ए चेला कुमार को गोवा का प्रभारी का पद दिया तो वहीं केसी वेणुगोपाल को कर्नाटक का प्रभारी महासचिव नियुक्त किया गया।
(शिप्रा सक्सेना)