लुधियाना। सोशल मीडिया पर हाथ में प्लेकॉर्ड लिए वीडियो पोस्ट करने वाली गुरमेहर कौर को अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया है। अपनी आवाज बुलंद करने के लिए कौर को ‘करेजियस यूथ पंजाबी आइकॉन’ से नवाजा गया।
बैसाखी के अवसर पर पंजाबी कल्चरल हेरिटेज बोर्ड की तरफ से एक समारोह आयोजित किया गया था। जिसमें अलग-अलग क्षेत्र की हस्तियों को उनके कामों के लिए सम्मानित किया गया जिसमें कौर का नाम भी शामिल था।
ये पूरा कार्यक्रम मुंबई में आयोजित किया गया था इसलिए गुरमेहर इस फंगशन में शिरकत करने के लिए मुंबई गई थी। हालांकि रामजस विवाद के बाद ऐसा पहली बार है कि कौर किसी अवॉर्ड समारोह का हिस्सा बनीं। इस समारोह की अध्यक्षता पंजाबी कल्चरल हेरिटेज बोर्ड के अध्यक्ष और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता चरण सिंह सप्रा ने की। इस समारोह के मुख्य अतिथि पंजाब कैबिनेट के मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी मौजूद थे।
जानिए कौन है गुरमेहर कौर?
गुरमेहर कौर श्रीराम कॉलेज की छात्रा और करगिल शहीद कैप्टन मनदीप सिंह की बेटी हैं जो इन दिनों एबीवीपी के विरोध को लेकर चर्चाओं में हैं, उनकी तख्ती वाली तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
ऐसे शुरु हुआ पूरा विवाद:-
यह है रामजस कॉलेज कै मामला- रामजस कॉलेज में सेमिनार द कल्चर ऑफ प्रोटेस्टस शुरू हुआ, जिसमें जेएनयू स्टूडेंट उमर खालिद को भी बतौर स्पीकर पहुंचना था। उमर खालिद को लिटरेरी सोसायटी की ओर से इनवाइट किया गया था। उमर को अपनी पीएचडी के एक टॉपिक पर बोलना था, जो बस्तर के आदिवासी इलाके पर है। मगर उमर के पहुंचने से पहले ही एबीवीपी मेंबर्स और डूसू के कुछ मेंबर्स ने प्रोटेस्ट शुरू कर दिया। उन्होंने प्रिंसिपल से मिलकर भी सेमिनार को रोकने की मांग की। सेमिनार हॉल में भी ये लोग घुस गए और नारेबाजी करने लगे। इस पूरे मामले के बाद से आइसा और एबीवीपी के बीच कैम्पस से लेकर सोशल मीडिया पर जंग जारी है।