गोडडा। एनडीआरएफ और कोल इंडिया के रेस्क्यू टीम के लिए गोंडा खान दुर्घटना में जमीन के 300 फीट नीचे दबे शवों को निकालना एक बड़ा काम हो गया है। इसके पहले खान में नीचे दबे हुए 18 शवों के निकाला गया था और चार अन्य शवों के होने के बारे में भी बताया। बता दें कि परयोजना स्थल पर शवों के सड़ने से दुर्घटना स्थल पर दुर्गंध फैलती जा रही है जिससे टीम का काम कर पाना काफी मुश्किल हो गया है। वहीं अपने परिजनों के शव निकलने की उम्मीद में कई कामगारों के परिजन अब भी वहां जमे हुए हैं। वहां भागलपुर के ददन सिंह का परिवार और रामगढ़ के परवेज का परिवार मौजूद है। उन्हें उम्मीद है कि एक न एक दिन शवों को निकाला जायेगा।
वहां राहत और बचाव कार्य कर रही पटना से आयी एनडीआरएफ की टीम का मानना है कि परियोजना में उपरी स्तर पर जो मजदूर दबे थे उनका शव निकल गया है, अब जो शव हैं वह करीब 300 फीट नीचे हैं और उन्हें निकालने के लिए बड़ी मात्रा में मिटटी हटानी होगी। यह कार्य टीम के लिए सामने बड़ी चुनौती है।
गौरतलब है कि गोड्डा के ललमटिया में गुरूवार की रात मिट्टी धंसने से 60 से 70 मजदूर दब गये थे। 35 से ज्यादा डंपर और 4 पे लोडर भी दब गये थे। खदान में 300 फीट नीचे तक डीप माइनिंग चल रही थी। इसीएल की इस खदान में माइनिंग का काम महालक्ष्मी कंपनी कर रही थी। खदान में दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।