नई दिल्ली। नोटबंदी को लेकर सरकार ने वादा किया था कि 50 दिनों के बाद समस्या समाप्त हो जाएगी, विपक्षी पार्टियां इस बात को लेकर तैयार है कि जैसे ही 50 दिन पूरे हों वैसे ही सरकार पर निशाना साधा जाए। इसी को लेकर विपक्ष एकबार फिर से एकजुट होकर सरकार पर निशाना बनाने की तैयारी कर रहा है लेकिन इन सबके विपरीत अब एकजुटता में फूट दिखती नजर आ रही है।
सरकार को घेरने के लिए 27 दिसंबर को विपक्ष एकजुटता बनाने के लिए बैठक की तैयारियां कर रहा है इस बीच एक दिन पहले ही 16 विपक्षी पार्टियों में मतभेद साफ देखने को मिलने लगा है। इस बैठक में अब जेडीयू और वामदलां के शामिल ना होने की खबरें मिल रही हैं। इसबारे में बताते हुए विपक्ष के नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां इस बैठक में शामिल नहीं होगीं। वहीं दूसरी तरफ जेडीयू ने मांग की है कि इस बैठक से पहले एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम आयोजित की जाए।
इस बारे में केसी त्यागी ने बताया है कि हालांकि इस बैठक के बारे में असली भावना के बारे में पता नहीं है। यहां पर आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से समस्याओं के दूर होने के लिए 50 दिनों का समय मांगा था जो कि पूरा होने वाला है और जमीनी स्तर पर समस्याओं में काई खासा परिवर्तन देखने को नहीं मिला है।