देहरादून। प्रदेश में विधायकों के कथित खरीद-फरोख्त के मामले में फंसे सीएम हरीश रावत को सीबीआई ने पूछताछ करने के लिए बुलाया था, लेकिन वो समयानुसार कोर्ट के सामने पेश नहीं हुए। हरीश रावत की लापरवाही को देखते हुए सीबीआई ने 26 दिसंबर को समन जारी कर पेश होने के लिए कहा था।
इस मामले में सीएम हरीश रावत की ओर से सीबीआई को अनुरोध पत्र मिला, जिसमें उन्होंने तय समय पर पेश नहीं हो पाने की बात कही है। दरअसल गत दिनों सीएम रावत को बहुमत के लिए विधायक जुटाने के लिए मोलभाव की बातचीत करते दिखाया गया था।
गौरतलब है कि मार्च 2016 में कांग्रेस के विधायकों के एक गुट ने रावत सरकार का साथ छोड़ दिया, जिसके कारण सरकार अल्पमत में आ गई थी। इसके बाद बागी विधायकों ने भाजपा विधायकों के साथ राज्यपाल से मुलाकात की थी।