पाकिस्तान की संसद में डिप्टी स्पीकर ने पीएम इमरान खान के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव को वोटिंग होने से पहले ही खारिज कर दिया है। इसके साथ ही इमरान खान ने राष्ट्रपति से संसद भंग करने की भी सिफारिश कर दी है।
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अब देश में चुनाव होने की संभावना है। अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार को गिराने की एक विदेशी साजिश थी जिसे नाकाम कर दिया गया है।
इससे पहले प्रधानमंत्री इमरान खान ने सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों को जीत हासिल होने के प्रति आश्वस्त किया था, जबकि विपक्ष के नेता शाहबाज़ शरीफ ने प्रधानमंत्री के खिलाफ ‘देशद्रोह’ का मामला दर्ज किए जाने की मांग की थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान ने कहा था कि मैच आखिरी गेंद तक खत्म नहीं होता है, मैं फिक्रमंद नहीं हूं… इंशाअल्लाह हम जीत जाएंगे।” शनिवार को यहां प्रधानमंत्री आवास में सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसदों को संबोधित करते हुए उन्होंने शरीफ पर तंज कसते हुए कहा कि जिन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के लिए ‘शेरवानी’ तैयार रखी है, उन्हें नहीं पता कि उनके साथ रविवार को क्या होने वाला है।
आपको बता दें की इमरान खान 2018 में सत्ता में आए थे और उनके दो सहयोगी दलों ने उनका साथ छोड़ विपक्षी खेमे का दामन थाम लिया है। इमरान ने कहा है कि वह इस्तीफा नहीं देंगे और आखिरी गेंद तक खेलेंगे तथा रविवार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेंगे।
प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं से अपील की कि वे उनकी सरकार के खिलाफ कथित रूप से रचे गए ‘विदेशी षड्यंत्र’के खिलाफ ‘शांतिपूर्ण प्रदर्शन’ करें। पाकिस्तान में आजतक किसी भी प्रधानमंत्री ने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है और न ही किसी प्रधानमंत्री को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाया गया है।