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उत्तराखंड चुनाव: किशोर उपाध्याय को कांग्रेस ने दिखाया बाहर का रास्ता, आज हो सकते हैं भाजपा में शामिल

उत्तराखंडः किशोर उपाध्याय ने बोला इन्वेस्टर समिट और सानंद की मौत पर सरकार पर हमला

उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को कांग्रेस पार्टी की ओर से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक किशोर उपाध्याय की भाजपा के साथ नज़दीकियों की खबर के बाद पार्टी ने उन्हें सभी पदों से पिछले दिनों हटा दिया था। वही उपाध्याय का कहना है कि इन चर्चाओं को लेकर उन्होंने पार्टी को पहले ही स्पष्टीकरण भेज दिया था। 

वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक आज किशोर उपाध्याय भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं। वही जानकारी के मुताबिक भाजपा उम्मीदवार के रूप में किशोर उपाध्याय टिहरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।

किशोर उपाध्याय को लेकर कांग्रेस में लंबे समय से ओतप्रोत का माहौल बना हुआ था। साथ ही किशोर उपाध्याय के हर मूवमेंट को संदेह की नजर से देखा जा रहा था। वह बीच में एक बार पीएम मोदी के देहरादून रैली के दौरान उनके भाजपा में शामिल होने की खबर सामने आई थी। तो कभी उनके किसी और दल में जाने की चर्चा होती है। वही इन अटकलों को लेकर किशोर उपाध्याय का जवाब है कि वनधिकारी के मुद्दे को लेकर वह सभी दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे है।

वहीं कांग्रेस का कहना है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के वजह से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को सभी पदों से हटा दिया गया है। 

पदों से हटाने के लिए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव ने जारी किया आदेश

आपको बता दें उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने किशोर उपाध्याय कुछ सभी पदों से हटाने को लेकर आदेश जारी कर दिया था। आदेश के मुताबिक देवेंद्र यादव ने कहा था कि उत्तराखंड के लोग बदलाव के लिए तरस रहे हैं और भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का इंतजार कर रहे हैं। कुशासन और भाजपा नेतृत्व से लोग व्यापक रूप से नाराज हैं। पत्र में आगे लिखा है कि चुनौतियों का सामना करना उत्तराखंड देवभूमि की सेवा करना हम सभी का कर्तव्य है। दुख की बात यह है कि किशोर उपाध्याय इस लड़ाई में कमजोर और लोगों के हित को कमजोर करने के लिए भाजपा एवं अन्य राजनीतिक दलों के साथ मिलनसार हो रहे हैं। 

इसी के साथ पत्र में यह भी कहा गया है कि किशोर उपाध्याय को व्यक्तिगत रुप से कई चेतावनी दिए जाने के बावजूद उनका पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होना समाप्त नहीं हुआ। जिसके चलते किशोर उपाध्याय को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया है वही आगे की कार्यवाही निलंबित है। 

44 साल से कांग्रेस के साथ है किशोर उपाध्याय

किशोर उपाध्याय ने 1978 में कांग्रेस ज्वाइन की थी। साथ ही कांग्रेस पार्टी के साथ लंबे समय से काम किया। वर्ष 2002 से 2007 के बीच वह टिहरी विधानसभा सीट से विधायक रहे। 2017 में अपनी परंपरागत सीट टिहरी को छोड़कर देहरादून सहसपुर सीट पहुंचे। जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वहीं 2014 में उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के रूप में किशोर उपाध्याय को चुना गया। इसी के साथ ही 1991 में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी रह चुके हैं किशोर उपाध्याय। 

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