देहरादून। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में शुक्रवार को भी बारिश जारी है, जिसके कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गई। अधिकारियों का कहना है कि पिथौरागढ़, चमोली और चंपावत में बादल फटने से खासे नुकसान हुआ है। बादल फटने से पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया है, जिससे लोगों को दिक्कतें हो रही हैं।
पिथौरागढ़ में 5 और चमोली में 4 लोगों के शव अभी तक बरामद किए जा चुके हैं, कुल 30 लोगों की मौत की खबर है। वहीं बदरीनाथ हाईवे भी मलबा आने से जगह-जगह बंद हो गया है। बदरीनाथ से गौचर में बीच करीब तीन हजार यात्रियों को सुरक्षित स्थाननों पर रोका गया है। वहीं, बारिश के चलते चमोली और पिथौरागढ़ जिले में कुदरत का कहर जारी है।
मौसम केंद्र द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में, नैनीताल, उधमसिंहनगर, चंपावत, अल्मोडा, पौडी, हरिद्वार, देहरादून और टिहरी जिलों में कल सुबह से 72 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश तथा अन्य पांच जिलों में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गयी है।
धारचूला क्षेत्र के सुवा गांव में कृषि के बड़े हिस्से नष्ट हो गए हैं और गांव को जोड़ रहे तीन पुल भी बह गए हैं। पिछले 24 घंटों में 54 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई। थाल-मुन्सयारी सड़क नष्ट हो गई है। इस वजह से दर्जनभर वाहन दोनों ओर फंसे हुए हैं। यमुनोत्री राजमार्ग भी नष्ट हो गया है, जिस वजह से यातायात बाधित हुआ है।
(आईएएनएस)