हिमाचल में उपचुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी ने पहल करते हुए अपने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतार दिए हैं। मंडी उपचुनाव के लिए प्रतिभा सिंह को कांग्रेस पार्टी ने मंडी संसदीय क्षेत्र में अपना प्रत्याशी बनाया है। दो बार मंडी से सांसद रही प्रतिभा सिंह पहली बार दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बिना चुनावी मैदान में है। इसलिए चुनौती बड़ी है। मंडी लोकसभा की सीट कांग्रेस बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। भाजपा मंडी से प्रतिभा सिंह के ख़िलाफ़ किसको मैदान में उतारेगी ये अभी सवाल है। कांग्रेस की टिकट मिलने के बाद प्रतिभा सिंह ने शिमला होल्ली लॉज से जीत की हुंकार भर दी है। प्रतिभा सिंह 8 अक्टूबर को नामांकन के बाद चुनाव प्रचार अभियान शुरू करेंगी।
बता दें कि प्रतिभा सिंह ने हॉली लॉज में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नाम के सहारे पर वह चुनावी मैदान में उतरने जा रही है। आज भले ही जनता के बीच वीरभद्र सिंह नही है लेकिन उनके द्वारा किए विकास कार्यो को लोग भूले नही है। उन्होंने कहा कि मंडी मुख्यमंत्री का गृह जिला है लेकिन बीते चार साल में मंडी सहित पूरे प्रदेश में विकास ठप पड़ा है। महँगाई, बेरोजगारी चरम पर है। हर वर्ग सरकार से परेशान हैं। केंद्र व राज्य दोनों ही भाजपा सरकारें जनता की हितों की रक्षा करने में नाकाम रही है। मंडी उनके लिए कोई नया क्षेत्र नही है। वीरभद्र सिंह सहित वह स्वयं 2 बार मंडी से चुनाव लड़ चुकी हैं।
वहीं 2012 में विधानसभा चुनावों के दौरान वीरभद्र सिंह के मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रतिभा सिंह को मंडी से उनकी जगह टिकट दिया गया। जिसमें प्रतिभा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी वर्तमान में मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी के जयराम ठाकुर को 136704 से अधिक मतों से पराजित किया था। इससे पहले प्रतिभा सिंह ने वर्ष 2004 में मंडी संसदीय सीट 66566 मतों से जीती थी। लेकिन उस वक़्त हिमाचल प्रदेश में वीरभद्र सिंह की तूती बोलती थी। अब वीरभद्र के सहारे कांग्रेस की नैया पार लगाने के लिए प्रतिभा सिंह को मंडी उपचुनाव में कांग्रेस ने उतारा है।