महिला सम्मान, सुरक्षा, स्वाबलंबन की मुहिम को लेकर आगे बढ़ रही योगी सरकार अब महिलाओं को उद्योग जगत से जोड़ने के लिए प्रयास शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में सीएम योगी ने बुधवार को यानी आज 75 जिलों से 75000 महिलाओं को उद्यम से जोड़ने के लिए विशेष ‘प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ’ किया है।
साथ ही विशेष कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने महिला उद्यमियों के लिए हेल्पलाइन नंबर-1800-212-6844 जारी किया है। और मोबाइल एप और वेबसाइट की भी शुरुआत की।
लोक भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा जिस तरह यूपी में ओडीओपी योजना लागू की गई है, जिसे आज देश और दुनिया में सराहा जा रहा है।
सीएम योगी ने कहा विगत वर्ष शारदीय नवरात्रे से आरंभ मिशन शक्ति के शानदार बदलाव देखने को मिल सकता है। आज प्रदेश की हर थाने में महिला डेस्क है तो गांव में महिला शक्ति बूथ काम कर रहे हैं। यही नहीं, देश का सबसे बड़ा सिविल पुलिस बल होने के बावजूद भी 2017 से पूर्व यूपी पुलिस में महिलाओं की संख्या काफी कम थी। हमारी सरकार ने महसूस किया की 20% पदों के लिए महिलाओं का आरक्षण किया जाना चाहिए। जिसका नतीजा यह है कि आज 30 हजार महिला आरक्षी तैनात हैं। सरकार द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति के तीसरे चरण में 20,000 से अधिक महिला आरक्षियों को बीट पुलिस के रूप में फील्ड की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आज प्रदेश का यह पुलिस पल गांव गांव में महिला सुरक्षा सम्मान तो सुनिश्चित कर ही रहा है साथ ही प्रशासन की योजना से जुड़ कर उन्हें स्वावलम्बन की राह भी मिल रही है। प्रदेश की महिलाएं सफल, सबल और स्वावलंबी बन रही है।
सीएम योगी ने कहा कि एमएसएमई विभाग ने 75 जिलों की 75 हजार महिलाओं को उद्यम से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण शिविर शुरू किया है। इन प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हैं। सीएम योगी ने झांसी की बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी का उदाहरण देते हुए कहा की महिलाएं एक बार जो ठान लेती हैं उसे कर ही लेती हैं। इन दुग्ध कम्पनी ने गांव-गांव महिला समितियां बनाई हैं। दूध संग्रह केंद्र खोलकर पशुपालन से जुड़ी महिलाओं को एक नई राह दी है।
प्रशिक्षण के लिए जोड़ने वाली महिलाओं को टूल-किट प्रदान करते हुए सीएम योगी ने कहा कि प्रशिक्षण के पश्चात इन महिलाओं को उद्यम स्थापित करने के लिए बैंकों से आसान किस्तों पर ऋण भी दिलाया जाएगा, जिससे उद्यम स्थापित करने के लिए उनकी वित्तीय जरूरतों को पूरा किया जा सकें।