भगवान गणेश चतुर्थी पास आते ही हर कोई उनके स्वागत की तैयारियों में जुट जाता है। आपको बता दें कि हिंदी पंचांग के अनुसार, गणेश चतुर्थी का त्यौहार भाद्रपद महिने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर शुरु होता है। भगवान गणेश को घर लान के बाद विधि- विधान से उनकी पूजा की जाती है। उनके मनपसंद चीजों का भोग लगाया जाता है।
भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाया जाता है। इस बार गणेश जी की पूजा का शुभ मुहर्त 12:17 मिनट से शुरू होकर रात 10 बजे तक रहने वाला है। इस दौरान भगवान गणेश की विधि –विधान से पूजा करें, और साथ ही ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जप करना ना भूलें ।
अवश्य करें ये तो हमने आपको बताया कि किस तरह आप भगवान गणेश की पूजा- अर्चना कर सकते हैं। चलिये अब जानते हैं कि किस तरह आप गणेश जी को प्रसन्न करके उनकी कृपा अपने जीवन में पा सकते हैं।
- साथ ही कोशिश करें कि गणपति अथर्ववेद शीर्ष का पाठ भी करें, कहा जाता है कि जो लोग गणेश अथर्ववेद शीर्ष का पाठ करते हैं उनके जीवन में हमेशा खुशहाली बनी रहती हैं।
- भगवान गणेश जी की पूजा में दूर्वा घास जरुर होनी चाहिये, जी हां माना जाता है कि भगवान गणेश को जितने मोदक भाते हैं, उतनी ही दूर्वा घास भी पसंद है।
- पूजा के समय साफ- सुथरे कपड़े ही पहनें, और पूजा में चावल, रोली, कुमकुम, दीप, मोदक आदि शामिल करके भगहान गणेश दी को अर्पित करें। साथ ही जहां भी आप अपने घर में गणेश जी को स्थापित कर रहे हैं।
- हर रोज उनके पास ही सोयें, उनको अकेला ना छोड़े। अगर आप इन सब नियमों को ध्यान में रखते हुए बप्पा की पूजा करते हैं तो आपको उनकी कृपा मिलेगी, साथ ही पूजा का फल भी आपको मिलेगा।
- इस बार अनंत चतुर्दशी 19 सितंबर 2021 पर होगी, और इस दिन गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन किया जायेगा।