अफगानिस्तान में कब्जे के बाद तालिबान लगातार शांती और अमन की बात कर रहा है। इसी बीच तालिबान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसमें महिलाओं के प्रति उसका रवैया कैसा होगा, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं संग वह वैसे संबंध रखना चाहता है इसको लेकर बताया।
तालिबान का कैसा होगा जनता को लेकर रुख?
हजारों लोगों के कत्लेआम के बाद अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाला तालिबान अब शांति और अमन की बात कह रहा है। लेकिन तालिबान की इस बात पर न तो किसी को भरोसा है और न ही कोई यकीन करना चाहता है। महिलाओं को लेकर तालिबान की सोच कैसी है ये किसी से छुपा नहीं है। लेकिन अब तालिबानी नेता खुद को महिलाओं का हितैषी और उनके पक्षधर बताने पर तुले हुए हैं। इसी बीच तालिबानी नेताओं की ओर से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। जिसमें महिलाओं के प्रति उसका रवैया कैसा होगा, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं संग वह वैसे संबंध रखना चाहता है इन सब सवालों के जवाब दिए गए।
अंतराष्ट्रीय समुदाय से मान्यता की मांग
तालिबान लगातार अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उसे मान्यता देने की मांग कर रहा है। इसके साथ ही उसने अफगानिस्तान में मौजूद दूतावासों को भी नुकसान न पहुंचाने की बात कही है। तालिबानी नेताओं ने भरोसा दिलाया कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ साजिश रचने, हमला करने के लिए नहीं होने दिया जाएगा। इसके साथ ही उसने दूतावासों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने की बात कही।
शरिया कानून के तहत महिलाओं को आजादी देने की बात
महिलाओं को लेकर कानून बनाए जाने पर तालिबानी नेता अपना रुख दुनिया के सामने रख चुके हैं। उनका कहना है कि महिलाओं को शरिया कानून के तहत अधिकार और आजादी देंगे। हेल्थ सेक्टर और स्कूलों में वे काम कर सकेंगी। वहीं मीडिया में महिलाओं के काम करने के सवाल को लेकर उनके जवाब में किसी तरह की स्पष्टता नहीं दिखी। इस सवाल पर तालिबानी प्रवक्ताओं का कहना था कि सरकार बन जाने के बाद ही इसपर कानून बनाए जाएंगे। इसके साथ ही प्राइवेट मीडिया को स्वतंत्र रूप से काम करने देने की भी बात कही गई।
तालिबान की कथनी और करनी में फर्क
इसके साथ-साथ तालिबान ने अपनी सफाई में और भी कई कसीदे पढ़े और आवाम को देश छोड़कर न जाने की अपील की। लेकिन तालिबान की इस प्रेस वार्ता के बाद आई तस्वीरें कुछ और ही बयां कर रही हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ये बताने के लिए काफी हैं कि तालिबान की कथनी और करनी में कितना फर्क है। इधर तालिबान के नेता आवाम को नुकसान न पहुंचाने की बात कह रहे हैं तो उधर तालिबान के लड़ाके जनता पर जुल्म ढा रहे हैं। ऐसी-ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जो जनता के दिल में तालिबान का खौफ दिखा रही हैं और तालिबान लड़ाकों की करतूत तो जग जाहिर है।