दमिश्क। सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद ने कहा है कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का अपना चुनावी वादा पूरा करते हैं तो वह ‘स्वाभाविक तौर पर उनके सहयोगी’ होंगे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की बुधवार की रिपोर्ट के मुताबिक, असद ने कहा कि हालांकि उन्हें संदह है कि ट्रंप अपने वादे को पूरा कर पाएंगे या नहीं।
असद ने मंगलवार को एक साक्षात्कार में यह बात कही। उन्होंने कहा कि उन्हें संदेह है कि ट्रंप रूस के साथ सहयोग करते हुए आतंकवाद से लड़ने के अपने पुराने वादों को पूरा करने में समर्थ होंगे। असद ने कहा कि वह ट्रंप का रुख समझने को लेकर बेहद सावधान रहेंगे, खासतौर पर इसलिए कि वह पहले कभी भी किसी राजनीतिक पद पर नहीं रहे। उन्होंने कहा, “हम नहीं कह सकते कि वह क्या करेंगे।”
असद को ट्रंप द्वारा किए गए इन वादों के पूरा होने में संदेह इसलिए भी है क्योंकि अमेरिका के सारे फैसले केवल उनके हाथ में नहीं हैं। असद ने कहा, “अमेरिकी प्रशासन के भीतर मौजूद प्रमुख ताकतों का क्या होगा? मेनस्ट्रीम मीडिया का उनके खिलाफ होने का क्या होगा? वह इससे कैसे निपटेंगे? इसलिए हमें संदेह है कि वह अपने वादों को पूरा कर पाएंगे या नहीं।”
असद ने एक साक्षात्कार में कहा कि अगर ट्रंप आतंकवादियों के खिलाफ लड़ेंगे तो हम रूस, ईरान और अन्य देश जो आतंकवादियों को हराना चाहते हैं, उनके साथ स्वाभाविक तौर पर सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दुनिया के किसी भी देश के साथ सहयोग करने को तैयार है।
हालांकि, असद ने यह भी साफ कर दिया कि सीरियाई सरकार के साथ समन्वय के बिना आतंकवाद के खिलाफ किसी भी अंतराष्ट्रीय प्रयास को अवैध समझा जाएगा।