लखनऊ: कोरोना महामारी के बाद लोगों के लिए अपनी आजीविका चलाना एक बड़ी समस्या हो गई थी। ऐसे में जो लोग बिजनेस इंडस्ट्री से जुड़े हुए थे, उनके लिए भी दिक्कत और बढ़ गई। इस दौरान सभी व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो गए थे। इसके बाद भी बिजली का बिल उन्हें देने के लिए कहा जा रहा था। इसी सिलसिले में अब ऊर्जा मंत्रालय की तरफ से सभी व्यवसायिक कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं को राहत देने की बात कही जा रही है।
सरकार से की रियायत देने की मांग
इसके पहले भी अलग-अलग इंडस्ट्री से जुड़े हुए व्यवसायियों ने सरकार से बिजली के बिल में राहत देने की बात कही। बीते दिनों MSME Day पर Bharatkhabar.com ने भी अलग-अलग उद्यमियों के साथ बातचीत की। इन सभी लोगों ने भी सबसे बड़ी समस्या बिजली के बिल को बताया।
उनके अनुसार जब हमारे व्यवसाय पूरी तरीके से बंद हो गए थे, तब भी हम से बिजली का बिल क्यों मांगा जा रहा है ? सरकार को इस मामले में राहत देनी चाहिए। इसी का परिणाम है कि अब सभी दुकानदारों, व्यापारियों को बिजली विभाग बिल में राहत देने की तैयारी कर रहा है।
धंधा बंद पर खर्चा चालू
यूपी पावर कारपोरेशन की तरफ से बिजली खपत की पूरी जानकारी मांगी गई है। इसमें अप्रैल 2020 से लेकर जून 2021 तक का ब्यौरा शामिल होगा। आने वाले दिनों में बिजली बिल में लगने वाले फिक्स और डिमांड चार्ज में राहत देने की योजना बन रही है। पिछले वर्ष मार्च अंतिम सप्ताह से ही लॉकडाउन की स्थिति बन गई थी।
उसके बाद से व्यापार को दोबारा खड़ा होने में अभी भी सफलता नहीं मिली है। धंधा बंद होने के कारण आमदनी नहीं हो रही थी, इसके बाद अब आलम यह है कि कच्चे माल के दाम भी बढ़ गए हैं। इसीलिए सभी की मांग यह थी कि कम से कम सरकार बिजली बिल में राहत दे दे।