डीजीपी अशोक कुमार ने आज कुमाऊं परिक्षेत्र के सभी पुलिस कप्तानों और अधिकारियों की बैठक ली। डीजीपी ने अपना मुख्य फोकस साइबर क्राइम पर रखा।
पुलिस के सामने चार नई चुनौतियां
उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि साइबर क्राइम पर वो अपनी कड़ी नजर रखें। क्योंकि पिछले कुछ समय में साइबर क्राइम का ग्राफ बहुत बढ़ गया है। और इस लिहाज से हर थाने पुलिस चौकी को खास नजर रखने की जरूरत है। डीजीपी ने कहा की पुलिस कानून व्यवस्था पर नियंत्रण करती है, लेकिन चार नई चुनौतियां इस समय पुलिस के सामने हैं।
साइबर क्राइम, सड़क सुरक्षा पर फोकस
जिसमें मुख्य रुप से दो चुनौतियां बहुत महत्वपूर्ण हैं। एक तो साइबर क्राइम, दूसरा सड़क सुरक्षा है। इन दोनों पर पूरा फोकस किया जा रहा है। जिसको देखते हुए आज सभी अधिकारी की बैठक लेकर विचार विमर्श हुआ है। उन्होने कहा कि ये तय किया गया है कि जिस थाना या पुलिस चौकी के क्षेत्र में ट्रैफिक की समस्या पैदा होगी उसके खिलाफ एक्शन अमल में लाया जा सकता है।
पुलिस कप्तानों को किया निर्देशित
उन्होने कहा कि इसी तरह से साइबर क्राइम की हेल्पलाइन को ज्यादा से ज्यादा प्रचारित और प्रसारित किए जाने की जरूरत है। जिसको देखते हुए सभी पुलिस कप्तानों को निर्देशित किया गया है।
सोशल मीडिया की पेट्रोलिंग की आवश्यकता
डीजीपी ने ये भी स्पष्ट किया की सोशल मीडिया की पेट्रोलिंग की आवश्यकता है। ताकि ये पता चल सके की कहां क्या चल रहा है। क्योंकी अधिकतर लोग इस समय सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। जहां से अधिकतर समस्याओं का पता भी पुलिस लगा लेती है। लिहाजा पुलिस की उपस्थिति सोशल मीडिया में जरूरी है।