दुनिया भर में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के फैलने की वजह से अब WHO ने खास अपील की है। WHO का कहना है कि जिन लोगों ने टीके की दोनों खुराक ले ली हैं वो भी मास्क पहनना ना छोड़े।
कोविड नियमों का करें पालन- WHO
WHO ने कहा कि खतरनाक और अधिक संक्रामक डेल्टा वेरिएंट को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, मास्क पहनना और अन्य सुरक्षा उपाय को नहीं छोड़ना चाहिए। WHO के मुताबिक लोगों को सिर्फ इसलिए सुरक्षित महसूस नहीं करना चाहिए कि उन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली हैं। उन्हें अभी भी वायरस को से खुद को बचाने की जरूरत है।
लोगों को पहनना होगा मास्क
वहीं अकेले वैक्सीन कम्युनिटी ट्रांसमिशन को नहीं रोक सकती। लोगों को लगातार मास्क पहनना होगा। हवादार जगहों में रहना होगा, भीड़ से बचना होगा और हाथों को साफ रखना होगा। ये सब तब भी बहुत जरूरी है जब आप टीके की दोनों खुराक ले लें।
डेल्टा वेरिएंट को चिंताजनक श्रेणी में रखा
ICMR के पूर्व वैज्ञानिक का कहना है कि डेल्टा वेरिएंट को चिंताजनक श्रेणी में रखा गया है, और ये वैरीएंट बहुत तेजी से फैलता है। उन्होंने कहा कि अगर डेल्टा वेरिएंट चिंता का विषय है तो डेल्टा प्लस वैरिंट को भी इस श्रेणी के तौर पर देखना चाहिए। जब डेल्टा वेरिएंट सेल से सेल तक पहुंचता है तो अंगों को नुकसान के संदर्भ में इसका क्या मतलब है ? उनके मुताबिक अगर ये दिमाग तक पहुंच गया तो इससे न्यूरोलॉजिकल लक्षण ज्यादा पैदा होंगे।
मास्क पहनना किया कम, तो भुगता परिणाम
बता दें कि तीन देशों में लोगों ने जैसे ही मास्क पहनना कम किया, वहां कोरोना के केस 5 दिन के अंदर 70 फ़ीसदी बढ़ा गए। इन देशों में इजरायल, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। जर्मनी के तकरीबन आधी आबादी कोरोना खत्म होने के बाद भी मास्क लगाना चाहती है। एक रिसर्च में सामने आया है, कि जर्मनी के करीब 45% लोग ऐसा चाहते हैं।