लखनऊः लखनऊ में जमीन की ठगी से जुड़ा एक मामला सामने आया है। गोमती नगर के रहने वाले तरुण जखमोला ने रियल स्टेट कंपनी सिकोरा इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ लाखों रुपए की ठगी का आरोप लगाया है।
तरुण पुलिस में तहरीर देते हुए बताया कि साल 2018 में उनकी मुलाकात ओमेक्स हाइट्स स्थित शिकोरा इंफ्रास्ट्रक्चर के निदेशक संतोष कुमार तिवारी, आदर्श प्रताप सिंह, एमडी ऋषि सिंह और मनोज वर्मा से हुई थी। उन्होंने शहीद पथ के पास पुलिस मुख्यालय के सामने 2 हजार स्क्वायर फीट प्लाट खाली दिखाया। 30 लाख में इसका सौदा हुआ। तरुण 12 लाख रुपए एजवांस के तौर पर कंपनी के खाते में जमा करा दिए।
पीड़ित अरुण का कहना है कि पैसा ट्रांसफर करने की कुछ दिन बाद संतोष कुमार तिवारी कंपनी के नए एमडी बन गए। जब उनसे इस प्लाट के बारे में बात की गई तो उन्होंने रजिस्ट्री के नाम पर एक लाख रुपए की दोबारा मांग की। रजिस्ट्री के लिए एक लाख रुपए और ट्रांसफर करने के बाद तरुण ने जब कंपनी के नए एमडी संतोष कुमार तिवारी से आवंटन पत्र और एलटीडी पर सावित्री देवी, शिवसकल के हस्ताक्षर ना होने की बात कहते हुए हफ्ते भर बाद आकर रजिस्ट्री पेपर लेने को कहा।
तरुण का कहना है कि रकम चुकाने के बाद कई दिनों तक रजिस्ट्री नहीं हुई। जब उसने कंपनी से जमा की हुई रकम की मांग की तो कंपनी वालों ने 2019 में एक फर्जी चेक थमा दिया। जो बाद में बाउंस हो गया।
इस मामले में जालसाजी और ठगी होने का एहसास तरुण को हुआ तो उन्होंने विभूति खंड थाने में न्याय की गुहार लगाई। पुलिस ने एमडी संतोष तिवारी, ऋषि सिंह, आदर्श प्रताप सिंह, मनोज कुमार वर्मा, एसके ग्रीवा, सावित्री देवी पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।