अल्मोड़ा से निर्मल उप्रेती की रिपोर्ट
अल्मोड़ा: कोरोना महामारी के चलते देश को काफी नुकसान हुआ है। छोटे व्यापारी से लेकर दिहाड़ी मजदूरों तक का रोजगार छिन गया है। लोगों को दो वक्त की रोटी भी नहीं नसीब हो पा रही है। कुछ ऐसा ही हाल उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में है जहां पर कोविड के कारण लगाए गए कोरोना कर्फ्यू के दौरान व्यापारियों और दुकानदारों को काफी नुकसान हो रहा है। लेकिन सरकार ने इन छोटे व्यापारियों और दुकानों के लिए किसी भी तरह की कोई आर्थिक सहायता नहीं की है। जिससे व्यापारी वर्ग काफी नाराज है।
आज देवभूमि व्यापार मंडल के बैनर तले व्यपारियो ने अल्मोड़ा बाजार में थाली और कटोरा पकड़कर भीख मांगकर विरोध जताया। इस मौके पर व्यापारियों ने सरकार से सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान खोले जाने की मांग की। इस दौरान देवभूमि व्यापार मंडल के प्रदेश प्रवक्ता मंगल सिंह ने कहा कि ”कोरोना संक्रमण के दौर में सबसे अधिक प्रभावित व्यापारी वर्ग ही हुआ है। आज सरकार जहां गरीबों को मुफ्त राशन और अन्य वर्गों को कई किस्म की सुविधाएं दे रही है, वहीं व्यापारियों के लिए सरकार की तरफ से किसी भी तरह की राहत नहीं दी गई है।”
मंगल सिंह ने कहा ”आलम यह है कि लंबे समय से दुकानें बंद होने से व्यापारी आज बैंकों के साथ-साथ अन्य कर्जों के बोझ तले दब चुके हैं। उनके सामने रोजी रोटी की दिक्कत आ रही है। उन्हें बिजली, पानी, जीएसटी, बैंक ऋण आदि व्यापारियों को पहले के ही तरह देना पड़ रहा है।”