मेरठ: पंचायत चुनाव से ठीक पहले मेरठ में अवैध हथियारों की बड़ी फैक्ट्री पकड़ी गई है। एसटीएफ और मेरठ पुलिस ने जिले में अलग अलग जगह छापेमारी की, जिसमें इस बड़े जखीरे का पर्दाफाश हुआ। साथ ही 2 हथियार बनाने की फैक्ट्री का भी पर्दाफाश कर दिया है।
भारी मात्रा में अवैध तमंचा बरामद
इस छापेमारी में एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली, इस दौरान 133 से ज्यादा अवैध तमंचे और पिस्टल बरामद किए गए। पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। यहां हथियार बनाने का कारखाना चल रहा था। मामला मेरठ के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र का है। हथियार बनाने की यह फैक्ट्री चोरी छुपे चलाई जा रही थी।
हजारों में बिकते हैं अवैध हथियार
इस फैक्ट्री में बनने वाले तमंचे 1500 से 5000 रुपये तक बेचे जाते हैं। साथ ही पिस्टल 22-30 हजार तक अवैध रूप से बिक जाती है। दरअसल ग्राम प्रधानी और पंचायत चुनाव को लेकर अवैध हथियारों की भारी मांग है। ऐसे में इस कारखाने में काम काफी तेजी से चल रहा था।
कई जगहों पर लिया गया एक्शन
मेरठ पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर इस साझा अभियान को चलाया, इस दौरान कई जगहों पर छापेमारी की गई। लिसाड़ी गेट, ब्रह्मपुरी, किठौर और टीपी नगर में पुलिस ने छापेमारी की। एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने सबसे पहले टीपी नगर के मलियाना में छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया।
जहां से 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इन्हीं की निशानदेही पर ब्रह्मपुरी में भी छापेमारी की गई। जिसके बाद लिसाड़ी गेट और किठौर में मेरठ पुलिस ने छापा मारा। यहाँ भारी मात्रा में अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया है।
लीगल व्यापार की तरह चल रहा था यह धंधा
अवैध हथियारों का यह गोरखधंधा एक लीगल व्यापार की तरह चलाया जा रहा था, इसके लिए बकायदा होलसेलर बनाया गया था। जो फैक्ट्री से अवैध हथियार खरीद कर फुटकर हथियार सप्लायर को बेचता था। लोकल पुलिस की भी इस मामले में जवाबदेही तय होती है।