तेहरान। कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद से ईरान और अमेरिका के संबंध लगातार बिगड़ने पर है। दोनों देश आए दिन एक-दूसरे को तबाह करने की धमकियां देते रहते हैं। साल जनवरी में अमेरिकी ड्रोन ने कासिम सुलेमानी कार को मिसाइल से उड़ा दिया था। जिसके बाद से दोनों देश आमने-सामने हैं। उस समय तो किसी तरह से बात आगे बढ़ने से रूक गई थी। लेकिन ईरान के मन में सुलेमानी की मौत अब खटकती है।
बता दें कि आए दिन किसी न किसी देश में अपने पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते अच्छे नहीं होने की खबर मिलती रहती है। जो लगातार एक-दूसरे को तबाह करने की साजिशें करते रहते हैं। अमेरिका में इन दिनों चुनावी माहौल गर्माया हुआ है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। जिसके चलते ईरान के अपना दांव खेल दिया और अमेरिका से कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने की बात कहीं। साल जनवरी में बगदाद एयरपोर्ट से निकलने के बाद अमेरिकी ड्रोन ने ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की कार को मिसाइल से उड़़ा दिया था। जिसके बाद अमेरिका ने आरोप लगाया था कि उसके दूतावास पर हमले करने का प्लान बना रहा है।
सुलेमानी की मौत के लगभग 10 महीने बाद एक बार फिर ईरान में बदले लेने की भावना दिखाई दी। क्योंकि ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड काॅप्र्स के डिप्टी कमांडर मोहम्मद रजा फलाहजादेह ने अमेरिका से सुलेमानी की मौत का बदलने की बात कही। ईरानी सेना के उच्च अधिकारी ने कहा कि ईरानी कमांडर और सैनिकों की हत्या तेहरान पीछे हटने या अपने लक्ष्य को छोड़ने के लिए मजबूर नहीं करेगी।