Breaking News featured देश भारत खबर विशेष

बहुमुखी होने के साथ-साथ मजाकिया भी थे प्रणब मुखर्जी: मोदी

pranav mukharji narendra modi बहुमुखी होने के साथ-साथ मजाकिया भी थे प्रणब मुखर्जी: मोदी
  • संवाददाता || भारत खबर

नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के चले जाने पर जहां एक और पूरा देश गम के माहौल में डूबा हुआ है तो वहीं राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक सबकी आंखें नम है राष्ट्रपति ने ट्वीट करके उनको अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी थी वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके उनको स्टेट्समैन बताया है।

उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि, प्रणब मुखर्जी के निधन पर पूरा देश दुखी है, वह एक स्टेट्समैन थे, जिन्होंने राजनीतिक क्षेत्र और सामाजिक क्षेत्र के हर वर्ग की सेवा की है. प्रणब मुखर्जी ने देश को विकास पथ पर अग्रसर करने में एक अमिट छाप छोड़ी है।

पीएम मोदी ने अपने अगले ट्वीट में कहा, अपने लंबे राजनीतिक जीवन के दौरान प्रणब मुखर्जी ने आर्थिक और रणनीतिक मंत्रालयों में लंबे समय तक योगदान दिया। वह एक शानदार सांसद थे। हमेशा पूरी तरह से तैयार रहते थे, बहुत मुखर होने के साथ-साथ मजाकिया स्वभाव के भी थे।

आपको बता दें कि फेफड़ों में इन्फेक्शन होने की वजह से पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अंतिम सांसे ली है और उनके बेटे ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है और इसके बाद से पूरे देश में जैसे सन्नाटा सा छा गया हर एक व्यक्ति की जुबान पर दादा प्रणव मुखर्जी की कहानियां उनके द्वारा देश को एक नई ऊंचाई देने का किस्सा सभी की जुबान पर था।

2012 से 2017 के बीच  भारत के 13वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालने वाले भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी का आज देहांत हो गया उनके इस बयान पर पूरे देश में जहां पर एक तरफ शोक की लहर है वहीं पर पूरे अलग-अलग जगह से लोगों के प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, ‘पूर्व राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। श्री प्रणब मुखर्जी के परिवार, मित्र-जनों और सभी देशवासियों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूँ।’ 

उन्होंने आगे लिखा, ‘भारत के प्रथम नागरिक के रूप में, उन्होंने लोगों के साथ जुड़ने और राष्ट्रपति भवन से लोगों की निकटता बढ़ाने के सजग प्रयास किए। उन्होंने राष्ट्रपति भवन के द्वार जनता के लिए खोल दिए। राष्ट्रपति के लिए ‘महामहिम’ शब्द का प्रचलन समाप्त करने का उनका निर्णय ऐतिहासिक है।’

उनके स्वर्गवास से धार जाने पर एक अपूर्णीय क्षति हुई है उनके जाने का गम हमारे सीने में हमेशा हमेशा के लिए जिंदा रहेगा।

फेफड़े में हुए इन्फेक्शन में दादा को भी नहीं छोड़ा

सेना के अनुसंधान एवं रेफरल अस्पताल ने बताया था कि 84 वर्षीय मुखर्जी का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि वह गहरे कोमा में हैं और वेंटिलेटर पर हैं। पूर्व राष्ट्रपति को 10 अगस्त को यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। बाद में उनके फेफड़ों में भी संक्रमण हो गया था।

अस्पताल ने एक बयान में कहा था, ‘कल से श्री प्रणब मुखर्जी के स्वास्थ्य में गिरावट हुई है। फेफड़े में संक्रमण की वजह से उन्हें सेप्टिक आघात आया है और अभी उनका इलाज विशेषज्ञों की एक टीम कर रही है। वह अब भी गहरे कोमा में हैं और वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं।’

Related posts

अटल बिहारी के निधन पर अमिताभ की श्रद्धांजलि, कहा वह मेरे पिता के प्रशंसक थे

mohini kushwaha

बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत का रैम्प वॉक स्वैग, थम गए लोगों के दिल

mohini kushwaha

अरविंद केजरीवाल को धरना पड़ा महंगा

Breaking News