जम्मू कश्मीर से राजेश विद्यार्थी की रिपोर्ट
जम्मू। कश्मीर केंद्रित पार्टियाँ नेशनल कांफे्रस और पीडी पी ने मनोज कुमार सिन्हा के खिलाफ विरोधी स्वर उठाने शुरू कर दिए हैं।पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने टवीट करके कहा कि पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और उप राज्यपाल गिरिश चंद्रमुर्मु को बडे ही शर्मनाक तरीके से बदला गया है। दोनों अधिकारियों ने जब बैठकों की लंबी फ़ेहरिस्त तैयार कर ली थी और प्रशासनिक कार्यों को लेकर गंभीर होने लगे तो रातों रात उन्हें वापस बुला लिया गया। वहीं, पी डी पी के प्रवक्ता फिरदौज टांक ने भी टवीट करके मनोज कुमार सिन्हा पर उंगली उठाई।
फिरदौज टांक ने टवीट किया कि, भगवा पार्टी के नेता मनोज कुमार सिन्हा ने एक बार कहा था कि अगर कोई भी भाजपा कार्यकर्ताओं पर उंगली उठाएगा तो उसकी उंगली काट दी जाएगी। फिरदौज टांक ने तंज कसा कि अब उन्हें उंगली दान करने वाला चाहिए। जो भाजपा कार्यकर्ताओं पर रोक लगा सके। यह टवीट तब आया है जब घाटी के कुलगाम जिले में भाजपा कं दो सरपंचों को आतंकियों ने पिछले दो दिनों में मार गिराया था।
वहीं, सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की गुड बुकस में शामिल मनोज कुमार को विशेष कार्य के लिए जम्मू कश्मीर भेजा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज कुमार सिन्हा को मणिपुर से एक अगस्त को नईदिल्ली बुलाया गया। उन्हें गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा के वरिष्ठ नेता विजयंत पांडा के साथ मणिपुर की स्थिति का जायजा लेने भेजा था। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव हारने के बाद मनोज कुमार सिन्हा को पार्टी का उपाध्यक्ष बनाने पर भी चर्चा हुई थी।
https://www.bharatkhabar.com/jammu-three-bjp-workers-resign-in-kulgam/
मनोज कुमार को एक अगस्त को नई दिल्ली बुला लिया गया औरं बताया गया था कि उन्हें नई ज़िम्मेदारी दी जा रही है। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से भी मिले। उनके राजनीतिक एवं प्रशासनिक अनुभवों को देखते हुए ही जम्मू कश्मीर का प्रभार सौंपा गया है।