श्रीनगर। पाकिस्तान और चीन के प्रेम से हर कोई वाकिफ है और इसी वजह से भारत के साथ दोनों देशों के संबंधों में तनाव भी साफतौर पर देखा जा सकता है। हाल ही में गोवा में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच आतंकवाद को लेकर बात हुई हालांकि जिनपिंग के आतंकवादी मसूद अजहर की पाबंदी को लेकर भारत के प्रयास का समर्थन करने का भरोसा नहीं दिया। वहीं अब खबर आ रही है भारत और चीनी सेनाओं ने जम्मू-कश्मीर के पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में ज्वाइंट सैन्य अभ्यास किया जिसे सिनो-इंडियन कॉपोरेशन 2016 का नाम दिया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को दिनभर चली इस सैन्य अभ्यास के दौरान भारतीय सीमा के एक गांव में काल्पनिक भूकंप की स्थिति में मानवीय सहायता और आपदा राहत कार्यों पर जोर दिया गया। इस ज्वाइंट अभ्यास के दौरान दोनों टीमों ने लोगों को सुरक्षित निकाला और उन्हें मेडिकल सहायता प्रदान की। बता दें कि इस अभ्यास का पहला भाग इसी साल 6 फरवरी को लद्दाख के चीन वाले हिस्से में किया गया था।
खबर के अनुसार भारतीय टीम की अगुवाई ब्रिगेडियर आरएस रमन ने की तो चीन की तरफ से कर्नल फन जुन ने नेतृत्व में इस अभ्यास को आगे बढ़ाया गया। इस अभ्यास का मकसद सरहद पर रहने वाले लोगों को प्राकृतिक आपदा से होने के हालात में न केवल सहायता पहुंचाना है बल्कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच आपसी विश्वास और सहयोग पैदा करना है।