इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कोरोना का कहर टूट पड़ा है। पाकिस्तानी आर्मी के जवानों और अफसरों ने ड्यूटी पर जाने से इंकार कर दिया है। पाक सेना में बगावत के हालात बने हए हैं। पाकिस्तान की रावलपिंडी कैंट से खबर आयी है कि सैकड़ों फौजियों को कोरोना हो गया है। इमरान सरकार और पाक आर्मी चीफ कोरोना के संक्रमित फौजी अफसर और सिपाहियों के नाम छुपा रही है। गुपचुप तरीके से कुछ अफसरों का इलाज किया जा रहा है। जिन फौजियों को कोरोना के लक्षण दिखें हैं उन्हें मुंह बंद रखने और कुरान की आयतें पढ़ने के निर्देश दिये हैं।
इस बीच खबर मिली है कि पाक आर्मी चीफ कमर अहमद बाजवा परजब बहुत दबाव बना तो उन्होंने डीजी आईएसपीआर को कोरोना से संक्रमित महज आठ अफसरों के बारे में जानकारी रिलीज करने की इजाजत दी है। सबसे चिंता जनक बात यह है कि पाकिस्तान के पास कोरोना से लड़ने के इंतजाम न के बराबर हैं। पाकिस्तान के अस्पतालों में डॉक्टरों और दबाईयों का अकाल पहले से ही है। गंदगी और बदइंतजामी ऊपर से है। ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस का विस्फोट परमाणु बम के विस्फोट से भी घातक होगा।
बहरहाल अभी तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक पाक आर्मी के तीन लेफ्टिनेंट कर्नल, दो कर्नल, दो ब्रिगेडियर और एक मेजर जनरल का नाम कोरोना पॉजिटिव की लिस्ट में रखा गया है। पाकिस्तान के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अभी तक कुल 28 लोगों में कोरोना पॉजिटिव हैं। सरकारी आंकड़ों के विपरीत पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि अगर आर्मी के आठ अफसरों को कोरोना हो गया है तो कम से कम एक हजार लोग कोरोना संक्रमित हो चुके होंगे।
लेकिन सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए कोरोना पीड़ितों की संख्या नहीं बता रही है। हालांकि पाकिस्तान सरकार का कहना है कि अभी तक लगभग 9 लाख लोगों को स्कैन किया गया है। जिसमें से महज 471 लोगों के सैंपल लैब भेजे गये हैं। पाकिस्तान की नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ की वेबसाइट के मुताबिक 20 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इनमें से 14 अकेले सिंध प्रांत के रहने वाले हैं। पांच गिलगिट बालटिस्तान के और एक बलोचिस्तान का था।