चंडीगढ़। पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने कहा है कि कृषि और सेना के क्षेत्र में अब राज्य प्रौद्यौगिकी के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनने की ओर अग्रसर है। श्री बादल ने आज यहां आयोजित पंजाब इनोवेशन और प्रौद्यौगिकी समिट 2019 में मुख्य अतिथि के तौर बाेलते हुये कहा कि प्रदेश में सभी सुविधायें तथा आधारभूत ढांचा उपलब्ध है जिससे खोज, विज्ञान और प्रौद्यौगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित समागमों के दौरान प्रदेश सरकार ने फ़ैसला किया है कि यदि दुनिया के कदमों के साथ कदम मिला कर चलना है तो पंजाब को विज्ञान, प्रौद्यौगिकी और खोज में अपने पैरों पर खड़ा होना पड़ेगा। इस मकसद के लिए यूनिवर्सिटियाँ, अनुसंधान संस्थाओं और कारोबारियों को पंजाब इनोवेशन और प्रौद्यौगिकी समिट के मंच पर इकट्ठा किया गया है जिससे पंजाब इस क्षेत्र में अव्वल बने।
वित्त मंत्री ने कहा कि देश के अन्न भंडार भरने और सरहदों की रक्षा करने वाला पंजाब अब विज्ञान और प्रौद्यौगिकी के क्षेत्र में भी अग्रणी राज्य के तौर पर सामने आएगा। इस दौरान विभिन्न शैक्षिक संस्थाओं, खोज संस्थानों और औद्योगिक एसोसिएशनों के साथ कुल 18 समझौते भी किये गए जिसमें प्लाक्षा यूनिवर्सिटी का समझौता भी किया जो नॉलेज सिटी, मोहाली में स्थापित होनी है।
इसके अलावा आई.आई.टी रोपड़, इम्मटैक्क चंडीगढ़, नयी दिल्ली की पब्लिक हैल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया, डीएवी यूनिवर्सिटी जालंधर, चितकारा यूनिवर्सिटी राजपुरा, बरमिंघम सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ यू.के., जीएनई कॉलेज लुधियाना, एलपीयू जालंधर, एनआईटी जालंधर, नाईपर, टीआईईटी, पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला, ऑल इंडिया रीरोलर एसोसिएशन, मोहाली हाईटैक्क मेटल कलस्टर प्राईवेट लिमटिड, चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स अंडरटेकिंग, यूनाइटिड सूइंग मशीन एंड पार्टस मैनूफैक्चर एसोसिएशन और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री एसोसिएशन के नाम शामिल हैं।