नई दिल्ली। माघ शुक्ल की पंचमी को आज वसंत पंचमी मनाई जा रही है। इस बार बसंत पंचमी पर अमृतसिद्धी और शुभ योग का उत्तम संयोग बन बन रहा है। इसे ज्ञान और बुद्धि की देवी मां सरस्वती के प्राकट्य दिवस के रूप मनाया जाता है। बसंत ऋतु में सरसों कर फसल के कारण धरती पीली नजर आती है। इसी लिए लोग पीले वस्त्र पहन कर बसंत का स्वागत करते हैं। इस दिन सूर्य उत्तारायण होता है।
हरि ज्योतिष संस्थान के ज्योतिर्विद पंडित सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि जिन बच्चों की पढ़ाई शुरू करानी होती है, उन्हें आज के दिन ही पहला अक्षर लिखना सिखाया जाता है। इस दिन अबूझ मुहूर्त रहता है। बिना तिथि निकलवाए ही मंदिर में प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा, घर की नींव, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य किये जा सकते हैं।
पूजन के समय रखें ध्यान
मां सरस्वती को पीले फूल अर्पित कर वंदना करें।
पूजा के स्थान पर वाद्य यंत्र और किताबें रखें।.
बच्चों को शिक्षा संबंधी सामग्री दें और पीला भोजन करें।