नई दिल्ली: बुलंदशहर के स्याना में हुए बवाल की पहली एफआईआर में भले ही बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज के नाम का जिक्र 3 बार हो, लेकिन यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उसका नाम लेने से बचते रहे.
बजरंग दल के नेता है योगेश राज
जब पत्रकारों ने उसका नाम लेकर सवाल पूछा तब उन्होंने कहा कि उनका नाम इस केस में नामित है. जांच की जा रही है. स्याना थाने के प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह की हत्या का आरोपी बजरंग दल का नेता योगेश राज है. आरोप है कि उसके साथ भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता भी इस वारदात को अंजाम देने में शामिल थे. यहां तक कि इंस्पेक्टर सुबोध का जो आखरी वीडियो सामने आया, उसमें योगेश राज उनके साथ बहस करता दिख रहा है.
FIR में 3 बार आया योगेश का नाम
इस हिंसा की एफआईआर खुद चिंगरावठी पुलिस चौकी के इंचार्ज सुभाष चंद ने दर्ज कराई है. उस एफआईआर में सब इंस्पेक्टर सुभाष ने पहला नाम योगेश राज का ही लिखवाया है. हालांकि उसके साथ अन्य 27 लोग भी नामजद किए गए हैं. लेकिन इस हिंसा की तहरीर में 3 बार योगेश का नाम आया है. एफआईआर में साफ-साफ लिखा है कि वो भीड़ का नेतृत्व कर रहा था. भीड़ को भड़का रहा था.
ADG साहब को योगेश के नाम से परहेज
लेकिन जब मंगलवार की दोपहर यूपी के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आनंद कुमार मीडिया से मुखातिब हुए तो उन्होंने योगेश राज का नाम लेना मुनासिब ही नहीं समझा. जब पत्रकारों ने खुद उसका नाम लेकर एडीजी साहब से सवाल किया तो उन्होंने इस हिंसा के आरोपी को इज्जत बख्शते हुए कहा कि उनका नाम इस मामले में नामित है. मैं उनके संगठन या किसी संगठन का नाम नहीं लूंगा. एडीजी ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी की कोशिशें की जा रही हैं. योगेश राज अभी ना गिरफ्तार हैं, ना ही हिरासत में हैं.