नई दिल्ली: भारत ने आने वाले गणतंत्र दिवस को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह में दक्षिण अफ़्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. इस साल भारत ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को विशिष्ट अतिथि बनने का न्यौता भेजा था जिसे कि उन्होंने अस्वीकार कर दिया है।
इसके बाद अब यह न्यौता दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सायरिल रामापोसा को दिया गया है। माना जा रहा है कि ट्रंप की जगह वह इस साल के खास मेहमान बनेंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार रामापोसा ने भारत के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है।
तीन देशों के राष्ट्राध्यक्षों के नामों पर विचार कर रही थी केंद्र सरकार
डोनाल्ड ट्रंप के विकल्प के तौर पर केंद्र सरकार तीन देशों के राष्ट्राध्यक्षों के नामों पर विचार कर रही थी। जिसमें दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रामापोसा का नाम सबसे ऊपर था और आखिर में उनके नाम पर ही सहमति बनी। यदि ट्रंप भारत का निमंत्रण स्वीकार कर लेते तो यह उनका पहला भारत दौरा होता। लेकिन कुछ दिनों पहले व्हाइट हाउस की तरफ से ट्रंप का दौरा रद्द होने की जानकारी दी गई थी।
इस वजह से ट्रंप ने ठुकराया था निमंत्रण
जानकारी के अनुसार भारत और रूस के बीच हुई एस-400 डील और ईरान से तेल करार की वजह से ट्रंप प्रशासन ने यह फैसला लिया है। इसके अलावा 26 जनवरी के दौरान ट्रंप का स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन और कुछ राजनीतिक कार्यक्रम निर्धारित हो सकते हैं।
75 साल के जैकब जुमा के इस्तीफे के बाद इसी साल फरवरी में 65 साल के सायरिल रामापोसा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति बने हैं। उन्हें इसी साल अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस का भी नया अध्यक्ष चुना गया था। इसी साल जून में पीएम मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन से इतर सायरिल से मुलाकात की थी।
उन्हें गणतंत्र दिवस पर न्यौता भेजे जाने को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से जोड़कर देखा जा रहा है। नेल्सन मंडेला की तरह सायरिल भी गांधीवादी विचारधारा को मानते हैं।