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जानिए देश में आर्थिक सुधार का दरवाजा खोलने वाले मनमोहन सिंह के बारे में

manmohan singh जानिए देश में आर्थिक सुधार का दरवाजा खोलने वाले मनमोहन सिंह के बारे में

नई दिल्ली। अपने आर्थिक फैसलों के तौर पर जाने जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह आज 84 साल के हो गए हैं। लेकिन प्रधानमंत्री की अपेक्षा लोग उन्हें एक बेहतर अर्थशास्त्री के रुप में ज्यादा जानते है और आज भी उनकी उपलब्धियों की सराहना की जाती है। उनके जन्मदिन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य पार्टियों के नेताओं ने उन्हे ट्विटर के जरिए शुभकामनाएं भी दी इसके साथ ही उनके जन्मदिन को खास बनाने के लिए सोशल मीडिया पर #हैप्पीबर्थडेडॉमनमोहनसिंह भी काफी ट्रेंड कर रहा है।

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डॉ मनमोहन सिंह ने कांग्रेस के शासनकाल में सोनिया गांधी की अध्यक्षता में दो बार बतौर प्रधानमंत्री सत्ता संभाली लेकिन यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें विपक्षी पार्टियों की काफी कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही उन्हें डमी प्रधानमंत्री भी करार दिया। वैसे तो मनमोहन सिंह ने कभी भी लोकसभा चुनाव नहीं जीता लेकिन इसके बावजूद सोनिया गांधी ने मनमोहन को प्रधानमंत्री बनाकर सबको चौंका दिया।

मनमोहन सिंह की उपलब्धियां:-

– प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को हुआ था।

– साल 1966 से 69 के बीच उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के लिए काम किया।

– रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रुपयों के मॉनीटरिंग पॉलिसी बनाई थी जिसका मनमोहन सिंह हिस्सा थे। साल 1976 में आरबीआई के डायरेक्टर बने थे जिसके बाद साल 1982 में उन्हें आरबीआई का गवर्नर बनाया गया।

– साल 1991 से 1996 के बीच बतौर वित्त मंत्री रहते हुए उन्होंने लाइसेंस राज खत्म कर दिया और लंबे समय से बंद पड़ी अर्थव्सवस्था के दरवाजे लोगों के लिए खोल दिए। जिससे की अर्थव्यवस्था में तेजी से विकास हुआ।

– साल 2004 और 2009 में कांग्रेस ने दो बार चुनाव जीता और उन्हें प्रधानमंत्री के तौर पर नियुक्त किया।

– पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की किताब ‘इंडियाज एक्सपोर्ट ट्रेंड्स एंड प्रोस्पेक्ट्स फॉर सेल्फ सस्टेंड ग्रोथ’ भारत की व्यापार नीति की पहली सटीक आलोचना मानी जाती है।

– भारत के ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्हें चुनाव में जीत न हासिल करने बाद भी प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया।

– भारत और अमेरिका के बीच 18 जुलाई 2006 को बड़ा परमाणु करार हुआ था जिसे उनकी बड़ी सफलता मानी जाती है।

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