नई दिल्ली। पाकिस्तान की तरफ से लगातार आतंक को मिल रहे बढ़ावें को मद्देजनर रखते हुए अमेरिकी संसद ने पाकिस्तान के खिलाफ बिल पेश किया। अमरीकी संसद में दो अमरीकी जनप्रतिनिधियों ने यह बिल पेश किया जिसमें पाकिस्तान को आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला देश बताया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह बिल तब पेश किया गया है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को युएन असेंबली में भाषण भी देना है। खबरों के अनुसार आतंकवाद पर बनी सबकमेटी के चेयरमैन अमरीकी जनप्रतिनिधि टेड पो ने संसद में कहा कि अब समय आ गया है पाकिस्तान को हमें फंड देना बंद कर देना चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान का रवैया धोखा देने वाला रहा है। यही नहीं उसने दुश्मनों को भी मदद दी।
गौरतलब है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के जनप्रतिनिधि डाना रोहरबेकर के साथ मिलकर टेड पो ने द पाकिस्तान स्टेट स्पॉन्सर ऑफ टेरेिरज्म डेजिग्नेशन एक्ट नाम का बिल अमरीकी एसेम्बली में पेश किया। बिल पेश किए जाने के नियमतः चार महीने भीतर संसद को अपना रुख स्पष्ट करना है।
ज्ञात हो कि गत दिनों उरी में हुए आतंकी हमले और उसके दो दिन बाद सीजफायर उल्लंघन मंे पाकिस्तान के नापाक मंसूबे साफ बता रह हैं कि वह आतंकवा को पनाह दे रहा है। इसी बावत बिल की घोषणा करते हुए जनप्रतिनिधियों ने कहा कि इस बात के कई प्रमाण हैं कि पाकिस्तान में ही नहीं पाकिस्तान सरकार ने भी सालों से अमेरिका के दुश्मनों को समर्थन दिया। ओसामा बिन लादेन की वहां मौजूदगी से लेकर हक्कानी नेटवर्क तक की वहां मौजूदगी ऐसे कई प्रमाण देते हैं कि पाकिस्तान आतंक के खिलाफ लड़ाई में किसका पक्षधर है।
संसद में भारत पी हमले की निंदा- भारत में हुए आतंकी हमले को लेकर अमेरिकी कांग्रेस कांग्रेस के एक अन्य सदस्य पीट ओल्सन ने कहा, मैं कश्मीर में भारतीय सैन्य अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें 18 भारतीय जवानों की जान चली गई। भारत शांति में मजबूत साझेदार एवं सहयोगी है। मैं इस घृणित कृत्य को अंजाम देने वालों को खोजने के हर प्रयास का समर्थन करता हूं ताकि अपराधियों को न्याय के दायरे में लाया जा सके। मैं पीडि़तों के परिजन के प्रति संवेदनाएं प्रकट करता हूं।