संयुक्त राष्ट्र। पाकिस्तान हमेशा से ही सवालों से बचता रहा है फिर चाहे वो पठानकोट मामला हो या फिर हाल ही में जम्मू-कश्मीर के उरी में हुआ आतंकी हमला। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सोमवार को अमेरिका पहुचे और वहां विदेश मंत्री जॉन कैरी से मुलाकात कर फिर से कश्मीर मुद्दे को उठाया और उनका समर्थन मांगा।
कैरी से मुलाकात के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जैसी ही बाहर निकले उन्हें मीडिया ने घेर लिया और एक के बाद एक भारत के उरी में हुए आतंकी हमले पर सवाल पूछने शुरु कर दिए लेकिन हमेशा की तरह नवाज इन सवालों से कतराते नजर आए। लेकिन बार-बार पत्रकारों के सवाल पूछने पर नवाज ने उन्हें हाथ उठाकर जवाब देने से इंकार कर दिया। उसके बाद प्रधानमंत्री के सुरक्षाकर्मियों ने मीडिया को आगे आने से रोक दिया।
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बता दें कि रविवार को उरी में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सीधे तौर पर पाकिस्तान पर इस हमले का आरोप लगाया था और तभी से पाकिस्तान की सरजमी पर सियासी हलचल ज्यादा बढ़ गई है। तो वहीं पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने भारत के आरोपो को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि भारत का ये इतिहास रहा है कि वो किसी भी आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को इसका जिम्मेदार ठहराता है।
इसके साथ ही जकारिया ने कहा हमने हमेशा भारत से ठोस सबूत मांगें हैं लेकिन वो उसे देने में नाकाम रहा है और वो बिना जांच के हम पर आरोप लगा रहा है। इसके बाद सोमवार को पाकिस्तान सेना प्रमुख राहिल शरीफ ने बयान में कहा कि पाकिस्तान हर तरह के हमले का जवाब देने के लिए तैयार है।