बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है। दरअसल पार्टी ने रविवार को प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है, जिसकों लेकर प्रत्याशियों में गुस्सा है। लिस्ट के जारी होते ही पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच हंगामा हो गया और विरोध प्रदर्शन व रैली निकाली गई। कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा देने की भी धमकी दी है। टिकट न मिलने से नाराज प्रत्याशियों ने सीएम सिद्धारमैया पर मनमानी का आरोप लगाया है। साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध जताने के लिए पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ भी की है।
बताया जा रहा है कि सड़क उतरे ज्यादार लोग सीएम सिद्धारमैया के समर्थक थे इसलिए उन्हें उम्मीद थी सीएम उनके लिए बदामी से लेकर चामुंडेश्वरी जिले तक सीटे दिलवाएंगे, लेकिन हुआ इसके विपरित। इसके बाद पार्टी नेताओं ने सीएम और अपनी ही पार्टी का घेराव कर दिया है। एक नेता ने कहा है कि उनके दो सीटों से चुनाव लड़ने से गलत संकेत जाएगा कि प्रदेश का राजनीतिक दल अस्थिर है। हालांकि पार्टी में ऐसे लोग भी हैं जो सिद्धारमैया के फैसले को सही मानते हैं।
नाराज नेताओं का कहना है कि सीएम ने अधिकांश अनुयायियों को टिकट दिया है। हालांकि वे निराश इसलिए भी हैं क्योंकि कुछ पार्टी हॉपर जो उन्हें नापसंद करते हैं उन्हें भी शामिल किया गया है। हाल ही में पार्टी में आठ व्यक्ति शामिल हुए, जो कांग्रेस या जनता दल (एस) के थे, वह सभी चुनाव लड़ रहे हैं। मुस्लिम समुदाय में भी असंतोष है क्योंकि समुदाय के केवल 15 सदस्य ही नामांकित हैं, जबकि पिछली बार 19 मुस्लिम उम्मीदवारों ने चुनाव में लड़ा था।
एक समान संख्या में महिलाएं पार्टी की ओर से सीटें मांगेगी। पार्टी में एक ऐसा खंड है जो पार्टी नेतृत्व को लेकर इस बात पर गुस्सा है कि उन लोगों को चुना गया है जो पिछली बार चुनाव हारे थे या जिनका प्रदर्शन बहुत बुरा था। मंडी सीट के लिए फिल्म अभिनेता अंबरीश का नाम दोबारा चुना जाना भी आक्रोश का कारण बना हुआ है। दूसरी तरफ सीएम सिद्धारमैया का कहना है कि पार्टी के आंतरिक सर्वे और उनके जीतने की संभावना के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया गया है।