चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा में आज एक अजीब ही खेल देखने को मिला। जो अकाली और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ बायनबाजी करते थे आज उन दोनों ने मिलकर विपक्षी दल आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल सिंह खैहरा को ही घेर लिया। दरअसल खैहरा पर आरोप हैं कि वो विधानसभा के बाहर जाकर कांग्रेस के सभी विधायकों को रेत खनन के मामले में आरोपी बताते हैं। इसके जवाब में पूर्व बिजली मंत्री और कांग्रेस नेता राणा गुरजीत सिंह ने खैहरा पर पैसे मांगने का आरोप लगा दिया। राणा ने कहा कि जब मैं यूपी से पंजाब में इंडस्ट्री लगाने आया था तो खैहरा के पिता से मिला था।
खैहरा के पिता ने मुझे मांझा के लिए लाइसेंस दिलवाया था, लेकिन मुझे फैक्टरी दोआबा में लगानी थी। इसके बारे में जब मैंने खैहरा के पिता से बोला तो उन्होंने मुझसे पैसे मांगे। राणा यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि खैहरा मुझसे पैसे मांग रहे हैं, हालांकि उन्होंने ये स्पष्ट नहीं किया कि पैसे किस बात के मांगे जा रहे है। वहीं इन आरोपों का जवाब देते हुए खैहरा ने कहा कि राणा झूठ बोल रहे हैं। वहीं संसदीय कार्य मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा ने खैहरा पर एक बयान को लेकर स्पीकर से उन पर कार्रवाई करने की मांग की। माेहिंदरा ने कहा खैहरा ने सभी विधायकों को रेत खनन में लिप्त बताया था।
इससे पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि रेत खनन को लेकर उठाए गए मुद्दे पर आयोग की जांच चल रही है। जब आयोग की रिपोर्ट आ जाएगी तो उसकी सिफारिश पर कार्रवाई होगी। कैप्टन ने खैहरा पर कटाक्ष करते हुई कहा कि अधूरी जानकारी अज्ञानता की निशानी होती है। सुखपाल खैहरा के खिलाफ नवजोत सिंह सिद्धू और बिक्रम सिंह मजीठिया आज एक सुर में नजर आए। कल खैहरा ने मजीठिया और सिद्धू पर कटाक्ष किया था कि दोनों को बाहर भेज दो वहां आपस में निपट लें। आज जब सुखपाल और राणा गुरजीत आपस में भिड़ रहे थे तो पहले मजीठिया और बाद में सिद्धू ने कहा- इन्हें बाहर भेज दो, इनका निजी मामला है।