नई दिल्ली। फेसबुक डेटा लीक मामले में सरकार को घेरने वाली कांग्रेस ने एक बार फिर बीजेपी और पीएम मोदी पर आरोप लगाया है, जिसका उसे जवाब भी मिला है। दरअसल दोनों दल एक दूसरे पर पिछले काफी समय से वार-पलटवार कर रहे हैं, जिसमें अब फोरी तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी कूद पड़े है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी को घेरा है। उन्होंने पीएम मोदी के ऐप नमो पर सवाल उठाया है, जिस पर पीएमओ ने पलटवार किया है। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज सुबह एक ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने फ्रांस के एक हैकर के ट्वीट पर आधारित खबर शेयर की।
एलियट एल्डरसन नाम के इस हैकर ने अपने ट्वीट में दावा किया है कि नरेंद्र मोदी ऐप डाउंनलोड करने वाले लोगों की व्यक्तिगत जानकारी किसी तीसरे के साथ साझा की गई है। राहुल ने अपने इस ट्वीट को अपना हथियार बनाते हुए पीएम मोदी पर तंज कसा कि हाय मेरा नाम नरेंद्र मोदी है, मैं भारत का प्रधानमंत्री हूं, जब आप मेरे आधिकारिक ऐप पर लॉग इन करते हैं तो मैं आपकी सारी जानकारी अमेरिकी कंपनियों के अपने दोस्तों को दे देता हूं। वहीं राहुल गांधी के इस ट्वीट पर प्रधानमंत्री कार्यलय ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस को टेक्नोलॉजी की जानकारी नहीं है।
पीएमओ ने कैंब्रिज एनालिटिका को डेटा चोरी करने के लिए कांग्रेस का ब्राह्मास्त्र बताया है। साथ ही पीएमओ ने कहा कि इस खुलासे से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। पीएमओ ने अपने बयान में कहा है कि मीडिया हाउस भी अपने ऐप के लिए थर्ड पार्टी सर्विस का इस्तेमाल करते हैं, ताकि वो अपने पाठक तक अच्छे से खबरें पहुंचा सके। पीएमओ ने बताया कि नरेंद्र मोदी ऐप एकदम अलग किस्म का ऐप है, जो किसी भी यूजर को गेस्ट मोड में आने की परमिशन भी देता है। यानी कोई भी व्यक्ति इस ऐप पर एक मेहमान की तरह भी आ सकता है। ऐसे में ऐप के इस्तेमाल पर किसी प्रकार की अनुमति या डेटा देने की जरुरत नहीं होती है।
हालांकि, पीएमओ ने ये भी बताया कि विशेष परिस्थितियों में जानकारी मांगी जाती है. पीएमओ ने उदाहरण देते हुए बताया, ‘अगर कोई सेल्फी कैंपेन का हिस्सा बनना चाहता है तो उसके लिए फोटो शेयर करने की जरूरत होती है. साथ ही अगर कोई व्यक्ति अपनी ईमेल आईडी, जन्मतिथि की जानकारी देता है तो उसे पीएम मोदी की तरफ से बधाई संदेश भेजा जाता है। पीएमओ ने बताया कि ऐप के हर अलग फंक्शन से संबंधित जुड़ी जानकारी ही मांगी जाती है, जबकि ऐप शुरू होने पर कोई जानकारी नहीं मांगी जाती है.पीएमओ ने उस ट्वीट पर भी सफाई दी है, जिसमें ये खुलासा किया गया है।