पटना। बिहार के जहानाबाद से डॉ. महेंद्र सिंह सातवीं बार राज्यसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने वाले हैं। उनके शपथपत्र के मुताबिक वो सबसे अमीर राज्यसभा प्रत्याशी हैं किंग महेंद्र के नाम से जाने-जाने वाले प्रसाद सातवीं बार राज्यसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तैयार है और अपने शपथपत्र में उन्होंने 4,000 करोड़ की संपत्ति का ब्योरा दिया है। बिहार से जेडीयू से तीसरी बार 78 वर्षीय उम्मीदवार ने राज्सभा के लिए अपना नामांकन दाखिल है और अपने चुनावी शपथपत्र में डॉ प्रसाद ने अपनी चल संपत्ति में 4,010.21 करोड़ का ब्योरा दिया है,वहीं 29.1 करोड़ की अचल संपत्ति का ब्योरा दिया है।
दरअसल डॉ. प्रसाद दो फार्मा कंपनी भी चलाते हैं, एक मप्रा लेबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और दूसरी अरिस्टो फार्मास्यूटिकल्स। इन कंपनियों से उनकी आय की राशिल 2,239 करोड़ है जो एसबीआई में जमा है। शपथपत्र के मुताबिक अरबपति नेता के पास किसी प्रकार का मोटर या वाहन बीमा नहीं है। लेकिन उनके पास 41 लाख के सोने के गहने हैं। 2016-17 के वित्तीय वर्ष में डॉ प्रसाद ने आयकर रिटर्न में अपना कुल आय 303.5 करोड़ बताया था। वे 1980 में पहली बार जहानाबाद लोकसभा से कांग्रेस टिकट पर चुनाव जीत कर संसद पहुंचे, लेकिन दूसरी बार 1984 में आम चुनाव हार गए। कांग्रेस ने 1985 में उन्हें राज्यसभा में फिर से जीत दिलाई और तब से ही वे उच्च सदन में कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू से चुनाव जीतते रहे हैं।
उन्होंने सबसे ज्यादा बार संसद में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले डॉ प्रसाद 211 देशों का भ्रमण कर चुके हैं। उनकी अंतरराष्ट्रीय यात्रा को देखा जाए तो वे यूके की 53 बार दौरा कर चुके हैं और अमेरिका का 10 बार दौरा कर चुके हैं। इसके अलावा वे 9 अप्रैल 2002 से 8 अप्रैल 2003 के बीच एक साल में 84 देशों का भ्रमण कर चुके हैं। बिहार में राज्यसभा से रिक्त हुए छह सीटों के लिए अन्य उम्मीदवार जेडी (यू) के राज्य प्रमुख वशिष्ठ नारायण सिंह, केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद (बीजेपी), मनोज झा और अशफाक करीम दोनों ही आरजेडी से पहली बार खड़े हैं। कांग्रेस से पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश प्रसाद सिंह। यह 2002 के बाद पहली बार है जब बिहार से एक कांग्रेस उम्मीदवार राज्यसभा के लिए खड़ा हुआ है