नई दिल्ली। आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने पूर्वोत्तर भारत को लेकर एक महत्वपूर्ण बात कही है। उन्होंने भारत के लिए चीन और पाकिस्तान के खतरनाक मंसूबों पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि चीन और पाकिस्तान भारत की मजबूती को हिलाने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं इसलिए उन लोगों ने प्रॉक्सी वॉर का रास्ता अख्तियार कर लिया है। दरअसल उत्तर-पूर्व के रास्ते भारत आने वाले शणार्थियों को आर्मी चीफ ने चीन की चाल बताया है। उन्होंने कहा कि चीन की मिलीभगत से भारत में पाकिस्तान इस रास्ते अपने आतंकी भेज रहा है। सीमा सुरक्षा को लेकर आयोजित एक सेमिनार में उन्होंने एक राजनीतिक संगठन को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा दिया।
पड़ोसी देशों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए आतंकवादी भेजे जाते हैं ठीक उसी तरह पूर्वोत्तर में भी आशांति फैलाने के लिए अवैध आबादी को भारत भेजा जाता है। इसके पीछे सेना प्रमुख ने वोट बैंक की राजनीति को दोषी ठहराया है। उन्होंने असम की राजनीतिक पार्टी एआईयूडीएफ का नाम लेते हुए कहा कि ये अपना राजनीतिक विकास करने के लिए असम में बांग्लादेशियों की तदाद बढ़ा रहे हैं। उन्होने कहा कि जनसंघ के मुकाबले एआईयूडीएफ का विकास काफी तेजी से हुआ है। आपको बता दें कि ये पार्टी असम में मुस्लिमों के अधिकारों के खिलाफ आवाज उठाती आई है।