नई दिल्ली। दिल्ली की तीन राज्यसभा सीटों के लिए आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। पार्टी ने तीन राज्यसभा सीटों के लिए सतीश गुप्ता, संजय सिंह और एनडी गुप्ता को अपना उम्मीदवार बनाया है। इसी बीच पार्टी के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने सुशील गुप्ता के खिलाफ चौथा उम्मीदवार उतार दिया है। कपिल ने पार्टी की दिवंगत नेता संतोष कोली की मां कलावती कोली को अपना उम्मीदवार बनाया है। कपिल ने दावा किया है कि आप के कई विधायक उनके साथ है। बता दें कि सुशील को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर पार्टी की खूब आलोचना हो रही है। इसके अलावा उम्मीदवारों में कुमार विश्वास का नाम नहीं होने से पार्टी का एक गुट विरोध में चला गया है।
पार्टी में जारी इसी गतिरोध का फायदा उठाते हुए कपिल मिश्रा ने कलावती को अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। कलावती के नामांकन के साथ ही ये साफ हो जाएगा कि ‘आप’ पार्टी में और कितने विधायक खिलाफ चल रहे हैं, क्योंकि नामांकन के लिए सात विधायकों का समर्थन चाहिए, जिनमें चार विधायक बीजेपी के और कपिल मिश्रा उनके साथ नजर आ रहे हैं। वहीं अगर बीजेपी को साथ लेकर कपिल मिश्रा कलावती का समर्थन करते हैं तो उन्हें ‘आप’ के दो और विधायकों की जरूरत होगी।
आपको बता दें कि संतोष कोली ने अरविंद केजरीवाल के साथ सूचना के अधिकार कानून पर खूब काम किया था। दिल्ली के सीमापुरी इलाके के सुंदरनगरी से अरविंद केजरीवाल और उनके कामों को पहचान मिली थी, जिसका श्रेय संतोष कोली को ही जाता है। उन्होंने शुरुआती सालों में बिजली, पानी की समस्या से जूझते लोगों की सहायता, उस के बाद सफाई कर्मचारियों की काम ना करने की आदत का बहिष्कार, शिक्षा में ईडब्लूएस के प्रवेश को लेकर संघर्ष, राशन वालों के खिलाफ खुला आंदोलन और जनलोकपाल की लड़ाई को लेकर संघर्ष किया था।
इस दौरान उन पर दो बार जानलेवा हमले भी हुए थे, दिसम्बर, 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाओं के लिए संतोष सीमापुरी विधानसभा सीट से दावेदार थी, लेकिन चुनावों से पहले जून में दिल्ली से सटे कौशांबी में एक तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी थी। इस दुर्घटना में संतोष की मौत हो गई और उनके निधन के बाद अगस्त 2013 में धर्मेन्द्र को सीमापुरी से आप उम्मीदवार नियुक्त किया गया और चुनावों में धर्मेंद्र ने जीत भी हासिल की थी।