नई दिल्ली। लंबे समय से विराध का सामना कर रही पद्मावती को सीबीएफसी ने हरी झंडी दे दी है। एडवाइजरी पैनल ने फिल्म में 3 जगह आपत्ति जताई है। इस फिल्म को U/A सर्टिफिकेट के साथ रिलीज करने का फैसला किया गया है। कहा जा रहा है कि अगर संजय लीला भंसाली फिल्म में उन बदलावों को मान लेते हैं तो फिल्म रिलीज हो सकती है।
बोर्ड का मानना है कि फिल्म का नाम पद्मावती की जगह पद्मावत कर दिया जाए।इससे पहले भंसाली भी साफ कर चुके हैं कि फिल्म किसी सच्ची घटना पर नहीं बल्कि मलिक मोहम्म्द जायसी की किताब पद्मावत पर आधारित है। ऐसे में इस टाइटल के बदलने में उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी।
फिल्म में डिस्क्लेमर जोड़ने की बात कही जा रही है।खबर है कि इसमें फिल्म को पूरी तरह से काल्पनिक बताया जाएगा।इसके पहले जब सेंसर बोर्ड के पास फिल्म पहुंची थी तो उसमें इस बात का उल्लेख नहीं था कि फिल्म सच्ची-घटना पर आधारित है या नहीं।
इस फिल्म में घूमर गाने पर भी आपत्ति जताई गई थी।करणी सेना का कहना था कि रानियां राज- परिवार के सामने नृत्य नहीं पेश किया करती थीं। दीपिका ने इस फिल्म में घूमर नृत्य पेश किया जिसको लेकर विवाद और बढ़ गया।
बता दें कि फिल्म को पास कराने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था जिसमें इतिहासकारों और राजघराने के लोगों को शामिल किया गया था जिससे वो इस फिल्म को देख लें और अगर उन्हें कुछ आपत्तिजनक लगे तो वो फिल्म से उसे हटा सकें। फिल्म में इन खामियों को बताया गया और अब उम्मीद जताई जा रही है कि 26 कट्स के साथ इस फिल्म को रिलीज किया जा सकता है।